नोएडा के जेजे कॉलोनी स्लम क्लस्टर में सेक्टर 5, 8, 9 और 10 शामिल हैं. इस क्लस्टर से 30 जून तक कोरोना से संक्रमण के 90 मामले सामने आए थे. अकेले सेक्टर 8 में ही इस क्लस्टर के कुल पॉजिटिव मामलों में से लगभग आधे केस सामने आए थे. इस क्लस्टर में कोरोना की तेज रफ्तार देख एक समय इसकी तुलना मुंबई के धारावी से की जाने लगी थी. जेजे कॉलोनी स्लम क्लस्टर को नोएडा का धारावी भी कहा जाने लगा था.
जेजे कॉलोनी क्लस्टर से जुलाई के महीने में शासन-प्रशासन को राहत देने वाली खबर आई है. जुलाई में इस क्लस्टर से संक्रमण का एक भी नया मामला सामने नहीं आया है. इस इलाके में कोरोना कैसे कंट्रोल हुआ, इसे लेकर अधिकारी दावा करते हैं कि कोरोना वॉरियर्स के अथक प्रयास, सही रणनीति और उचित मार्गदर्शन से इस क्लस्टर के बड़ा हॉटस्पॉट बनने से पहले ही हालात काबू कर लिए गए.
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नोएडा में कोरोना के नोडल अधिकारी नरेंद्र भूषण ने कहा कि बेकाबू हो रहे कोरोना संक्रमण को काबू करने के लिए रोज चार हजार लोगों की जांच करने का फैसला लिया गया था. इसके लिए 2 से 12 जुलाई तक अभियान चलाकर जांच की गई. उन्होंने कहा कि नोएडा प्रशासन हर सेक्टर में जाकर लोगों को स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी दे रहा है. जनता को सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनने के साथ ही बार-बार साबुन से हाथ धोने और सैनिटाइज करने को लेकर जागरूक भी किया जा रहा है.
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नोडल अधिकारी ने दावा किया कि प्रशासन की ओर से किए गए इन्हीं प्रयासों की बदौलत अधिक कोरोना केस वाले क्लस्टर्स में संक्रमण को काबू किया जा सका है. उन्होंने कहा कि जिले में कंटेनमेंट जोन्स में भी सघन स्क्रीनिंग और जांच की जा रही है. कंटेनमेंट जोन्स में भी लक्षण वाले मरीज, किडनी रोगी, गर्भवती महिला, टीबी रोगी, कैंसर पेशेंट आदि गंभीर श्रेणी मरीजों की भी सघन जांच की जा रही है. नरेंद्र भूषण ने कहा कि इस कार्य में डॉक्टर, नर्स और लैब टेक्निशियन की लगभग 1500 टीमें लगी हैं. सभी टीमों को जांच की संपूर्ण प्रक्रिया का प्रशिक्षण दिया गया है.
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बता दें कि नोएडा में 21 जुलाई को भी कोरोना से संक्रमण के 52 नए मामले सामने आए. नए मामलों के साथ ही संक्रमितों की तादाद 4300 के करीब पहुंच गई है. राहत की बात यह है कि अब तक 3274 संक्रमित उपचार के बाद ठीक होकर अस्पताल से डिस्चार्ज किए जा चुके हैं. जिले के अलग-अलग अस्पतालों में कुल 979 संक्रमितों का उपचार अभी चल रहा है. नोएडा में कोरोना के कारण अब तक 40 संक्रमितों की मौत हो चुकी है.