विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सीन (COVAXIN) के आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की तकनीकी सलाहकार कमेटी की ओर से लिए गए इस निर्णय पर देश के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
जयशंकर ने कहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से इमरजेंसी इस्तेमाल का अप्रूवल मिल जाने से कई भारतीयों को यात्रा की सुविधा मिल सकेगी, ये वैक्सीन इक्विटी में भी योगदान देता है. उन्होंने साथ ही ये भी कहा कि डब्ल्यूएचओ की ओर से भारत बॉयोटेक की कोवैक्सीन को मान्यता मिलना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' के दृष्टिकोण की वैश्विक मान्यता भी है.
एस जयशंकर ने साथ ही ये भी जोड़ा कि डब्ल्यूएचओ का ये फैसला फार्मा क्षेत्र के लिए व्यापक वैश्विक पहुंच सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर दिवाली की बधाई भी दी हैं. गौरतलब है कि भारत बायोटेक ने अप्रैल में ही डब्ल्यूएचओ से अप्रूवल के लिए आवेदन किया था.
डब्ल्यूएचओ के पास भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को अप्रूवल का मामला लंबे समय तक पेंडिंग रहा. डब्ल्यूएचओ ने पिछले दिनों ट्वीट कर हो रही देरी की वजह बताई थी. डब्ल्यूएचओ ने अब भारत बायोटेक की वैक्सीन को अप्रूवल दे दिया है.