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किसी भी नॉन-मेटेलिक सतह से कोरोना वायरस का सफाया कर देगा ‘अतुल्य’

पुणे में डिफेंस इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस टेक्नोलॉजी ने एक नई मशीन इजाद की है. ये मशीन किसी भी गैर-धातु वाली सतह, गद्दे या तकिए को कोरोना से डिसइंफेक्ट (विसंक्रमित) कर सकती है.

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DIAT ने तैयार की हाथ से पकड़ कर ऑपरेट की जा सकने वाली मशीन (फोटो-पंकज खेलकर)
DIAT ने तैयार की हाथ से पकड़ कर ऑपरेट की जा सकने वाली मशीन (फोटो-पंकज खेलकर)

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  • DIAT ने तैयार की हाथ से चलाने वाली मशीन
  • DRDO ने बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए कहा

पुणे में डिफेंस इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस टेक्नोलॉजी (DIAT) ने एक नई मशीन इजाद की है. ‘अतुल्य’ नाम की ये मशीन हाथ से पकड़ कर ऑपरेट की जा सकती है और किसी भी गैर-धातु वाली सतह, गद्दे या तकिए को डिसइंफेक्ट (विसंक्रमित) कर सकती है.

इंस्टीट्यूट के वाइस चांसलर सीपी रामनारायण ने कहा, "यह सब लगभग 21 दिन पहले शुरू हुआ जब हमने सोचा कि क्यों न एक ऐसी मशीन का आविष्कार किया जाए जो कोरोना वायरस से किसी भी सतह को डिसइंफेक्ट कर दे.”

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DIAT के वाइस चांसलर के मुताबिक “इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों को पहले से ही ऐसी मशीनें बनाने का अनुभव है जो कॉटन, सेनिटरी पैड, प्लास्टिक सीरिंज आदि जैसे अस्पताल के वेस्ट मैटीरियल को डिसइंफेक्ट कर देती हैं. इसलिए हमने इन लाइनों पर काम करना शुरू कर दिया और आज हमारे पास यह अनोखी माइक्रोवेव मशीन है. यह S- प्रोटीन को कामयाबी से नष्ट कर देती है जिसकी कोरोना वायरस जैसी बहुत सी समानताएं हैं.

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DIAT एक डीम्ड यूनिवर्सिटी है और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) से समर्थित है.

इस माइक्रोवेव स्ट्रिलाइजर के जरिए हीटिंग से वायरस को विघटित किया जा सकता है. ये 560 से 600 डिग्री तक के तापमान की रेंज में काम करती है.

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ये उत्पाद कम लागत वाला है और इसका पोर्टेबल या फिक्स्ड इंस्टॉलेशन दोनों तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है. इस सिस्टम का ट्रायल इंसानी ऑपरेटर की सुरक्षा के लिए किया गया और इसे सुरक्षित पाया गया. इसको ऑपरेट करने का समय 30 सेकंड से एक मिनट तक का हो सकता है. ये इस बात पर निर्भर करता है कि कितनी बड़ी सतह पर इसका इस्तेमाल किया जा रहा है. सिस्टम का अनुमानित वजन तीन किलोग्राम है और इसका इस्तेमाल गैर-धातु की वस्तुओं के लिए किया जा सकता है.

DRDO सचिव ने जल्द से जल्द इस यूनिट के बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए कहा है. इसके साथ ही भारत के 12 प्रमुख शहरों में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के निर्माताओं की पहचान की गई है. सभी मैन्युफैक्चरर्स को जल्द से जल्द प्रोडक्शन शुरू करने के लिए कहा जा रहा है. इस मशीन के लिए आवश्यक कच्चा माल बाजार में आसानी से उपलब्ध हैं. ऐसी एक यूनिट की लागत लगभग 4500/ - रुपये है. अगर बड़े पैमाने पर इसका उत्पादन होता है तो ये कीमत और कहीं कम होगी.

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