पश्चिम बंगाल (West Bengal) में दुर्गा पूजा के दौरान उमड़ी भीड़ का असर अब कोरोना वायरस (Coronavirus) पर दिख रहा है. राज्य में कोरोना की स्थिति दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है और तेजी से संक्रमण बढ़ रहा है. पिछले 24 घंटों में पश्चिम बंगाल में कोरोना के 989 मामले सामने आए हैं.
दुर्गा पूजा से पहले तक यही आंकड़े 600 से 700 के बीच आ रहे थे. 4 अक्टूबर के हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक, राज्य में कोरोना के 601 मरीज मिले थे. वहीं पांच अक्टूबर को यह आंकड़ा 619 था. सबसे ज्यादा कॉरोना मरीज कोलकाता और आसपास के शहरी इलाकों से आ रहे हैं. इनमें भी सबसे ज्यादा 273 मरीज सिर्फ कोलकाता में पिछले 24 घंटों में कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं.
डॉक्टर्स के मुताबिक, दुर्गा पूजा में जिस तरह भीड़ उमड़ी थी, उसी से अंदेशा लगाया जा रहा था कि कोरोना के मामले बढ़ सकते हैं. और अब परिणाम भी सामने हैं. डॉक्टर कुणाल सरकार के मुताबिक, बंगाल सरकार ने दुर्गा पूजा के वक्त जिस तरह लोगों को आमंत्रित करने जैसा संकेत दिया और खास तौर पर टीएमसी सरकार के मंत्रियों की दुर्गा पूजा में जिस तरीके से भीड़ को बुलाया जा रहा था यह बेहद गैरजिम्मेदाराना हरकत थी. डॉक्टर सरकार के मुताबिक, बंगाल सरकार के आंकड़े भी पारदर्शी नहीं हैं. खासतौर पर जिला स्तर पर कितने बेड उपलब्ध हैं, यह भी साफ नहीं है. ऐसे में सरकार को और पारदर्शी होना होगा और वैक्सीनेशन बढ़ानी होगी.
नाइट कर्फ्यू में और सख्ती बरतने का निर्देश
इस बीच पश्चिम बंगाल सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी जिला प्रशासन को नाइट कर्फ्यू में और सख्ती बरतने का निर्देश दिया है. रात 11 से सुबह पांच बजे के बीच पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है. दिन के वक्त भी साल्टलेक जैसे कई इलाकों में पुलिस गश्त पर है. हावड़ा, कोलकाता, हुगली में कई जगहों पर कंटेनमेंट जोन की भी संख्या बढ़ा दी गई है.