कोरोना महामारी का खतरा कई महीनों के बाद जस का तस बना हुआ है. ठंड के आगमन के साथ-साथ कई देशों में कोरोना संक्रमण में उछाल भी देखा जा रहा है. वहीं एक अच्छी खबर यही है कि अब धीरे-धीरे कोरोना वैक्सीन अपने अंतिम चरण में आने लगी है. अब लोगों को कई देशों में बन रही कोरोना वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार है. लेकिन इस बीच डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी है कि अकेले वैक्सीन इस महामारी को खत्म नहीं करने वाली.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक डॉक्टर टेड्रोस एडनहोम ने अपने बयान में कहा, "कोविड- 19 महामारी की शुरुआत के बाद से, हम जानते थे कि महामारी को नियंत्रण में लाने के लिए एक वैक्सीन की आवश्यकता होगी. लेकिन अब यह बता देना महत्वपूर्ण है कि एक वैक्सीन हमारे पास पहले से मौजूद उपकरणों की पूरक ही होगी, उन्हें रिप्लेस नहीं करेगी."
दुनिया भर में कई कंपनियां कोविड- 19 वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल के तीसरे चरण में हैं, जिसमें रूस की स्पुतनिक- वी, भारत बायोटेक और फाइजर शामिल हैं. डब्ल्यूएचओ वैक्सीन निर्माताओं पर कड़ी नजर रख रही है. हालांकि डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक की ओर से आया बयान असल में दुनिया को हैरान करने वाली बात है क्योंकि लोग कोविड- 19 वायरस के वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.
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डब्ल्यूएचओ महानिदेशक ने कहा, "एक वैक्सीन महामारी को अपने आप खत्म नहीं करेगी. हमें अभी भी सर्विलांस, टेस्टिंग, आइसोलेटिंग, केयरिंग, ट्रेसिंग, क्वारनटीन और व्यक्तियों को सावधान रहने के लिए प्रोत्साहित करना जारी रखना होगा."
डब्ल्यूएचओ डीजी ने तैयार होने के बाद वैक्सीन के वितरण पर भी जोर दिया. महानिदेशक टेड्रोस ने कहा, "शुरुआत में आपूर्ति सीमित होगी, इसलिए स्वास्थ्य कार्यकर्ता, बूढ़े लोग और अन्य जोखिम वाली आबादी को प्राथमिकता दी जाएगी. इससे मौतों की संख्या में कमी आएगी और स्वास्थ्य प्रणालियों के लिए मददगार होगा."