क्या कोवैक्सीन (Covaxin) की दोनों डोज के बाद बूस्टर डोज (Booster Dose) भी लगाई जाएगी? इस अफवाह पर सरकार ने विराम लगा दिया है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, किसी भी साइंटिफिक कम्युनिटी ने केंद्र सरकार को बूस्टर डोज को लेकर न ही कोई सलाह दी है और न ही सुझाव.
स्वास्थ्य मंत्रालय से जुड़े सूत्रों ने बताया कि ऐसी कोई योजना नहीं है. सूत्रों ने दावा किया है कि किसी भी साइंटिफ़िक कम्युनिटी ने इस बार में सरकार न कोई सलाह दी है और न ही कोई सुझाव दिया है.
दरअसल, वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद भी संक्रमित होने के मामले सामने आए हैं. इसके बाद से ऐसी अफवाहें थीं कि सरकार कोवैक्सीन की तीसरी डोज भी लगाने की तैयारी कर रही है. हालांकि, ये महज अफवाह है और इसमें कोई सच्चाई नहीं है.
ये भी पढ़ें-- डेल्टा प्लस वैरिएंट पर भी असरदार है कोवैक्सीन, ICMR की स्टडी में हुआ साफ
WHO से जल्द मंजूरी मिलने की मंजूरी
भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन (Covaxin) को जल्द ही WHO की इमरजेंसी यूज लिस्टिंग (EUL) में शामिल किया जा सकता है. बताया जा रहा है कि WHO के साथ सारी कागजी कार्रवाई पूरी हो चुकी है और इसी महीने के आखिर तक कोवैक्सीन को मंजूरी मिलने की उम्मीद है.
दिसंबर तक 80% को लग जाएगी वैक्सीन
सरकार ने दिसंबर तक 18 साल से ऊपर की 80% आबादी को वैक्सीनेट करने का टारगेट तय किया है और इसकी तैयारी भी कर ली गई है. बताया जा रहा है कि सितंबर से तीन और दवा कंपनियां वैक्सीन के डोज की सप्लाई शुरू कर देंगी. अभी तीन कंपनियां ही सरकार को वैक्सीन की सप्लाई कर रहीं हैं.
सरकार के मुताबिक, अगस्त में 20 करोड़ और सितंबर में 25 करोड़ डोज केंद्र सरकार के पास होंगे. सितंबर में जरूरत के मुताबिक एक करोड़ डोज मौजूद होंगे और लोगों की जरूरत के हिसाब से उनकी मांग पूरी की जाएगी. केंद्र की मानें तो बुधवार तक राज्यों के पास 3 करोड़ और प्राइवेट अस्पतालों के पास 2 करोड़ डोज का स्टॉक था.