देश की आर्थिक राजधानी मुंबई भी कोरोना के सामने बेबस नजर आने लगी हैं. यहां कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. ऑक्सीजन की भारी किल्लत भी है. इस बीच एक ऐसी खबर आई है, जो स्वास्थ्य सेवाओं की सच्चाई सामने रख देती है. खबर ये है कि मुंबई के 6 अस्पतालों में ऑक्सीजन खत्म होने के बाद रातों रात 168 कोरोना मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कराया गया. गनीमत रही कि किसी मरीज की हालत नहीं बिगड़ी, नहीं तो कुछ अनहोनी भी हो सकती थी.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, ऑक्सीजन खत्म होने के बाद बीएमसी को 168 मरीजों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट करना पड़ा. बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने बताया, "17 अप्रैल की रात 1 बजे से लेकर सुबह 5 बजे के बीच मुंबई के 6 अस्पतालों से बीएमसी ने 168 मरीजों को जंबो अस्पताल में शिफ्ट किया. जिन मरीजों को शिफ्ट किया गया, उनमें से 30 ऐसे थे, जो आईसीयू में भर्ती थे." उन्होंने बताया कि सभी मरीज सुरक्षित हैं. उन्होंने बताया कि ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि बीएमसी के 6 अस्पतालों में ऑक्सीजन खत्म हो गई थी.
इस पूरे मामले पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है. बीएमसी पर अभी शिवसेना का कब्जा है और यहां की मेयर किशोरी पेडनेकर हैं. बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने मुंबई के मेयर से माफी मांगने को कहा है. उन्होंने कहा, "उद्धव ठाकरे की सरकार और शिवसेना पर शर्म आती है. बीएमसी को 168 कोरोना मरीजों को दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट करने को मजबूर होना पड़ा, क्योंकि इन अस्पतालों में ऑक्सीजन नहीं थी."
मुंबई में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ती जा रही है. रविवार को यहां बीते 24 घंटे में कोरोना के 8,479 नए मरीज सामने आए. 53 लोगों की मौत भी हुई. अब तक मुंबई में 5,79,311 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं. 12,347 लोगों की जान जा चुकी है. फिलहाल 87,698 मरीजों का इलाज चल रहा है.