दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में 26 अप्रैल की सुबह 5 बजे तक लॉकडाउन लागू कर दिया है. केजरीवाल ने प्रवासी मजदूरों से दिल्ली में ही रुके रहने की अपील करते हुए कहा था कि ये छोटा लॉकडाउन है. सीएम की अपील के बावजूद बड़ी संख्या में प्रवासी दिल्ली की सड़कों पर घर वापसी की बेचैनी में नजर आ रहे हैं. बस अड्डे पर प्रवासी श्रमिकों की भीड़ है.
इसे लेकर यूपी सरकार के मंत्री ने दिल्ली सरकार और अरविंद केजरीवाल पर हमला बोला है. यूपी सरकार के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने मंगलवार को दिल्ली सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल ने बिना किसी व्यवस्था के लॉकडाउन लगा दिया है. उनकी बसें यूपी बॉर्डर तक छोड़कर जा रही हैं. उन्होंने कहा कि यूपी और बिहार के उन लोगों को हम नहीं छोड़ सकते इसलिए उन्हें घर भेजने की तैयारी में जुटे हैं.
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि हमने प्राइवेट और रोडवेज की बसें लगाई हैं ताकि लोगों को घर पहुंचाया जा सके. आखिर बिना सोचे-समझे यह लॉकडाउन लागू किया गया है. इसका असर क्या होगा, सरकार ने यह नहीं सोचा. केजरीवाल सरकार ने न तो उन लोगों के राशन की व्यवस्था की और ना ही उनके आने-जाने का इंतजाम ही किया. सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कोरोना से निपटने के लिए यूपी सरकार की ओर से उठाए जा रहे कदमों की भी चर्चा की.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार लॉकडाउन लागू नहीं कर रही लेकिन हम वह तमाम दूसरे उपाय जरूर कर रहे हैं जिससे संक्रमण रुके. सभी स्कूल-कॉलेज, मार्केट बंद हैं. नाइट कर्फ्यू लगाया गया है. वीकेंड कर्फ्यू लगा दिया गया है. सड़कों पर सख्ती हो रही है लेकिन हमें लगता है कि जीविका भी जरूरी है और जीवन भी. इसलिए लॉकडाउन नहीं कर के हम दूसरे तरीके अपना रहे हैं जो लगभग लॉक डाउन जैसे ही हैं.