देश में जल्द ही कोरोना का टीका लगने की रफ्तार बढ़ने वाली है. केंद्र सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यम का कहना है कि सितंबर महीने तक देश के 70 करोड़ लोगों को वैक्सीन की पहली डोज़ दे दी जाएगी.
के. वी. सुब्रमण्यम ने कहा कि कोरोना को मात देने में वैक्सीन ही कारगर टूल है, अगर वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ती है तो कोरोना की तीसरी लहर के आने का खतरा कम होगा. उन्होंने कहा कि हमारा टारगेट है कि सितंबर तक देश के 70 करोड़ लोगों को वैक्सीन की एक डोज़ दे जी जाए. जबकि दिसंबर के आखिर तक देश में 18 प्लस से ऊपर वाली आबादी को टीका लगाने का लक्ष्य है.
कोरोना की दूसरी लहर के अर्थव्यवस्था पर असर को लेकर मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा कि इसका अब ज्यादा असर नहीं होगा और तीसरे क्वार्टर तक रिकवरी शुरू हो जाएगी. लॉकडाउन के कारण कुछ हदतक असर पड़ा, लेकिन अब इकोनॉमी जल्द ही बाउंसबैक करेगी.
जून के दूसरे हफ्ते से कम होगी रफ्तार
मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यम ने कहा कि एक्सपर्ट्स का मानना है कि 15 जून के बाद देश में कोरोना के नए मामलों में तेजी से कमी आएगी. वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाकर हम आने वाली लहर के असर को कम कर सकते हैं.
आपको बता दें कि भारत में अभी तक 22 करोड़ वैक्सीन की डोज़ दी जा चुकी हैं, करीब 5 करोड़ लोगों को दोनों डोज़ लग चुकी हैं. देश में अभी औसतन 25-30 लाख डोज़ लग रही हैं. सरकार का लक्ष्य है कि अगस्त-सितंबर तक हर दिन एक करोड़ डोज़ लगाई जाएं.
अभी भारत में मुख्य रूप से दो वैक्सीन लगाई जा रही हैं, जिनमें कोविशील्ड और कोवैक्सीन शामिल हैं. रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-वी का इस्तेमाल भी शुरू हो गया है. वहीं, फाइजर और मॉडर्ना की वैक्सीन जुलाई तक आने की उम्मीद है. जून में देश में करीब 12 करोड़ वैक्सीन की डोज़ उपलब्ध होंगी, जबकि जुलाई में इसकी संख्या बढ़ेगी.