कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन ने चीन में भी दस्तक दे दी है. ब्रिटेन से लौटी 23 साल की एक महिला में कोरोना का नया स्ट्रेन मिला है. बता दें कि कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन ब्रिटेन में सबसे पहले सामने आया था, उसके बाद यह स्ट्रेन दुनिया के अन्य देशों में फैल रहा है.
कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मिलने के बाद लोगों में खौफ है. वैज्ञानिकों के अनुसार नया स्ट्रेन मूल वायरस के मुकाबले 70 फीसदी अधिक संक्रामक है. चीन में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन 23 साल की एक महिला में मिला है. वो ब्रिटेन से लौटी थी, जिसके बाद 14 दिसंबर को शंघाई में उनका टेस्ट किया गया. महिला में नया स्ट्रेन मिलने के बाद उन्हें अब क्वारनटीन कर दिया गया है. उनके संपर्क में कौन-कौन आया अब इसकी जांच की जा रही है.
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ब्रिटेन से फैल रहा कोरोना का नया स्ट्रेन
ब्रिटेन में कोरोना वायरस का जो नया स्ट्रेन मिला है, उसका नाम है B.1.1.7. वैज्ञानिकों को शुरूआती जांच में यह पता चला कि म्यूटेशन से बना B.1.1.7 स्ट्रेन अत्यधिक संक्रामक है, लेकिन खतरनाक कम है. इसका मतलब ये नहीं कि यह किसी की जान नहीं ले सकता. इस स्ट्रेन की वजह मरीज को सीने में तेज दर्द होता है. बाकी सारे लक्षण पुराने कोरोना वायरस की तरह ही हैं.
ब्रिटेन में कोरोना का नया स्ट्रेन सितंबर में मिला था. यहां पर 2.20 लाख से ज्यादा कोरोना मरीज हैं. ब्रिटेन ने 6 फीसदी से ज्यादा जीनोम सिक्वेंसिंग की है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है कि कोरोना संक्रमित हर देश अपने यहां मौजूद सभी संक्रमित मरीजों की संख्या का 0.33 फीसदी जीनोम सिक्वेंसिंग कराएगा यानी हर 300 संक्रमित मरीजों में से एक मरीज के वायरस की जीनोम सिक्वेंसिंग. इससे ये पता चलता है कि मरीजों में किस तरह का कोरोना वायरस स्ट्रेन है.