मध्य प्रदेश में 15 दिन में ही कोरोना संक्रमण 4 गुना से ज्यादा बढ़ गया है. हालांकि ओमिक्रॉन (Omicron) के मामलों में राज्य की स्थिति दूसरे प्रदेशों से ठीक है. लेकिन सूबे में सतर्कता बरती जा रही है. लिहाजा सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj singh chauhan) ने पहले ही नाइट कर्फ्यू (Night curfew) का ऐलान कर दिया था. इसके साथ ही सीएम शुक्रवार को कोरोना की तैयारियों को परखने के लिए अस्पताल का जायजा लेने पहुंचे.
सीएम शिवराज सिंह भोपाल के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पहुंचे. यहां उन्होंने ऑक्सीजन प्लांट, बेड, दवाओं की आपूर्ति के बारे में जानकारी ली. बता दें कि भोपाल के सरकारी अस्पताल को कोविड केयर सेंटर बनाया गया है.
निरीक्षण के दौरान सीएम शिवराज ने कहा कि फिलहाल ओमिक्रॉन वैरिएंट डेल्टा (Delta) जितना खतरनाक नहीं हैं, लेकिन भविष्य में यह कितना खतरनाक होगा, इस बारे में नहीं कहा जा सकता. हालांकि वह अस्पताल की व्यवस्थाएं देखकर संतुष्ट नजर आए. उन्होंने कहा कि संभावित तीसरी लहर को देखते हुए मध्य प्रदेश के अस्पतालों को चुस्त-दुरुस्त कर रहे हैं.
'प्रदेश में 60 हजार बेड की व्यवस्था की जाएगी'
सीएम ने कहा कि प्रदेश में करीब 60 हजार बेड की व्यवस्था की जाएगी. ऑक्सीजन बेड दवाओं की पूरी व्यवस्था की गई है. हमें सतर्क रहना होगा. लोग मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना गाइडलाइंस का पालन करें. इससे पहले सीएम ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाकर ऑक्सीजन, बेड और दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के मंत्रियों, अफसरों को निर्देश दिए थे.
इंदौर में फिर से बढ़ने लगा खतरा
बता दें कि एमपी में अब तक के सबसे ज्यादा 24 घंटे में 77 मामले सामने आए हैं, साथ ही ओमिक्रॉन के अब तक 9 केस हो चुके हैं. लेकिन इंदौर और भोपाल में (Corona in Indore and bhopal) रोजाना बढ़ रहे संक्रमण के आंकड़े डरा रहे हैं. बता दें कि ओमिक्रॉन के सभी 9 मामले इंदौर के हैं. वहां एक बार फिर से हालात बिगड़ने लगे हैं. इंदौर में एक दिन में सबसे ज्यादा 43 केस मिले हैं. तो वहीं भोपाल में एक दिन में 16 नए मामले सामने आए हैं.