ओम बिरला की पीठासीन अधिकारियों से साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में हुई बातचीत पर विस्तार से चर्चा की गई थी. इस महामारी के दौरान आम जनता को राहत पहुंचाने के लिए देश में सांसदों, विधायकों और विधान परिषद के सदस्यों की भूमिका पर चर्चा की गई थी.
ओम बिरला ने इस बात पर जोर दिया था कि संसद और राज्य विधानमंडल कार्यपालिका के साथ खड़े हैं. सांसद, विधायक और विधान सभा परिषद के सदस्य इस महामारी को फैलने से रोकने के राष्ट्रीय प्रयासों में सही भूमिका निभा रहे हैं.
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बातचीत के दौरान ओम बिरला ने सभी राज्य विधानमंडलों से अनुरोध किया था कि वे अलग-अलग राज्य विधानमंडलों और संसद के बीच जानकारी के रियल टाइम बातचीत के लिए एक नियंत्रण कक्ष की स्थापना हो, जिससे सांसदों, विधायकों और विधान परिषद के सदस्यों को कोविड 19 से पैदा हुए हालात स्थिति का मुक़ाबला करने के लिए अपने कर्तव्य अधिक प्रभावी ढंग से निभाने में मदद मिले.
पढ़ें- दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री बोले- लॉकडाउन पर अभी फैसला करना मुश्किलसंसद भवन में तत्काल प्रभाव से एक कंट्रोल रूम ने कार्य करना शुरू कर दिया है. इस कंट्रोल रूम का फोन नंबर +911123035160 और +911123035163 है. राजस्थान, हरियाणा, ओडिशा, दिल्ली, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश राज्य विधानमंडलों ने अपने-अपने विधानमंडल सचिवालयों में सबसे पहले कंट्रोल रूम बना लिए हैं, जहां अब काम होना शुरू हो जाएगा.