Covid in Delhi: दिल्ली में कोरोना अब टॉप गियर में हैं. हालात इस कदर बेकाबू हो गए हैं कि मरीजों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1,59,632 केस सामने आए हैं. जिसमें दिल्ली की हिस्सेदारी 20 हजार 181 मरीजों की है. यहां कोरोना का पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 19.60 फीसदी पहुंच गया है. लिहाजा दिल्ली सरकार ने मरीजों के लिए अस्पतालों में प्रबंध कर रखा है. लेकिन जो आंकड़े हैं वो बेहद चौंकाने वाले हैं.
कोविड पेशेंट के लिए आपातकाल में वेंटिलेटर बड़ा सहारा होता है. इसे देखते हुए दिल्ली में कोविड रोगियों के लिए 1773 वेंटिलेटर तैयार किए गए हैं, साथ ही इनमें सिर्फ 99 वेटिंलेटर्स पर ही अभी मरीज हैं. लेकिन दूसरी ओर आंकड़े कुछ और ही इशारा कर रहे हैं.
दिल्ली सरकार के पोर्टल पर एम्स ट्रॉमा सेंटर के सभी 21 वेंटिलेटर फुल दिखाए गए हैं. वहीं पटपड़गंज स्थित मैक्स अस्पताल में कोविड पेशेंट के लिए वेंटिलेटर उपलब्ध ही नहीं हैं. इतना ही नहीं गंगा राम अस्पताल में 12 वेंटिलेटर हैं, जिनमें से 8 बेड भरे हुए हैं.
वहीं दिल्ली में कोरोना संक्रमण को देखें तो यहां बीते दिन 20 हजार 181 नए मामले सामने आए हैं. दिल्ली में आम जन ही नहीं अब फ्रंटलाइन कोरोना योद्धा यानी डॉक्टर भी चपेट में आ रहे हैं. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली में करीब 1000 डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव हैं.
कोविड को लेकर खतरा रोजाना बढ़ रहा है. ऐसे में दिल्ली के बड़े अस्पतालों में वेंटिलेटर्स को लेकर अनुपलब्धता चिंता पैदा कर रही है. क्योंकि आपातकाल में कोई मरीज इन अस्पतालों में पहुंचेगा तो हालात विपरीत हो सकते हैं.