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कोरोना संकट में पैसा किसी काम का नहीं... और फिर ब्रिज पर खड़े होकर पैसे फेंकने लगा शख्स, वीडियो वायरल

कोरोना संकट में पैसा किसी काम का नहीं है. पैसे से न तो स्वास्थ्य सेवाएं मिल पा रही हैं, ना ही लोगों की जान बच रही है. इसी सोच के साथ मानसिक तनाव से जूझ रहे शख्स ने जो किया, जानकर हैरान रह जाएंगे. इस शख्स ने अपनी जान लेने का भी प्रयास किया, लेकिन लोगों ने उसे बचा लिया. 

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ब्रिज से पैसे फेंकने के बाद कूदने का किया प्रयास
ब्रिज से पैसे फेंकने के बाद कूदने का किया प्रयास
स्टोरी हाइलाइट्स
  • ब्रिज से कूदकर जान देने का किया प्रयास
  • सोशल मीडिया पर वीडियो हो रहा वायरल 
  • मानसिक तनाव से जूझ रहा था पीड़ित युवक

गुजरात के भारूच में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया. यहां अंकलेश्वर में अचानक ब्रिज पर पहुंचे एक शख्स ने अपनी जेब से पैसे निकालकर फेंकना शुरू कर दिया. लोग कुछ समझ नहीं पा रहे थे कि वह आखिर कर क्या रहा है. ये युवक पैसों को ब्रिज के नीचे फेंक रहा था और बोल रहा था कि कोरोना काल में ये पैसा किसी काम का नहीं है. इस शख्स की ये हरकत देख मौके पर लोग जुटने लगे. कुछ देर बाद ही इस शख्स ने ब्रिज से छलांग लगाने का प्रयास किया, तो लोगों ने उसे रोक लिया. 

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पीड़ित शख्स अंकलेश्वर का रहने वाला बताया जा रहा है. वह मानसिक तनाव से जूझ रहा है. जब वह ब्रिज पर पहुंचा, तो पहले शांत खड़ा रहा. उसके बाद उसने अपनी जेब से पैसे निकाले और उन कागज के नोटों को उड़ाने लगा. इस दौरान वह कह रहा था कि कोरोना चल रहा है. ये पैसा किसी काम का नहीं है. जब तक वह पैसा उड़ाता रहा, लोग उसे देखते रहे. इसके बाद वह अचानक ब्रिज की बाउंड्री पर चढ़ गया और वहां से कूदकर जान देने का प्रयास किया, लेकिन लोगों ने उसे पकड़ लिया और ब्रिज से उतार लिया. 

वहीं पीड़ित शख्स द्वारा पैसे फेंके जाने और ​ब्रिज से कूदने का प्रयास करने का किसी ने वीडियो बना लिया, जो अब जमकर वायरल हो रहा है. ये शख्स मानसिक तनाव से ग्रसित था, जिसके चलते लोगों ने उसे समझा बुझाकर शांत कराया.

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बता दें कि गुजरात ही नहीं, बल्कि देश में कोरोना संक्रमण के आंकड़ों ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. रोजना आने वाले मौत के आंकड़े अब डरा रहे हैं. वहीं गुजरात में भी कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी से लोग जूझ रहे हैं, तो वहीं हॉस्पिटल में बेड की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. 

 

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