scorecardresearch
 

कोरोना की चपेट में सुरक्षाबलों के जवान, एक दिन में 407 नए मामले

पिछले 24 घंटे में सभी अर्धसैनिक बलों में कोरोना के 407 नए मामले सामने आए हैं. अगर सभी सुरक्षाबलों को अलग-अलग करके देखें तो बॉर्डर पर देश की सुरक्षा में लगी BSF यानी बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स में सबसे अधिक मामले सामने आए हैं.

Advertisement
X
सुरक्षाबलों में कोरोना का प्रकोप बढ़ गया है (फाइल फोटो)
सुरक्षाबलों में कोरोना का प्रकोप बढ़ गया है (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • BSF में एक दिन में 288 नए कोरोना मामले आए हैं
  • ITBP और NSG में कम हुआ संक्रमण
  • अर्ध सैनिक बलों में 1540 एक्टिव कोरोना मामले हैं

देश और दुनिया में कोरोना की मार से कोई भी अछूता नहीं है. आम आदमियों से लेकर डॉक्टर और पुलिस अफसरों तक सभी कोरोना का शिकार हो रहे हैं. अब ये महामारी सुरक्षाबलों को भी अपना शिकार बना रही है. अगर बीते चौबीस घंटे में कोरोना के 1 लाख 68 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं तो पैरामिलिट्री फोर्सेज में भी कोरोना संक्रमण अपने चरम पर पहुंच चुका है.

Advertisement

पिछले 24 घंटे में सभी अर्धसैनिक बलों में कोरोना के 407 नए मामले सामने आए हैं. अगर सभी सुरक्षाबलों को अलग-अलग करके देखें तो बॉर्डर पर देश की सुरक्षा में लगी BSF यानी बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स में सबसे अधिक मामले सामने आए हैं. बीते चौबीस घंटे में अकेली BSF में ही 288 नए कोरोना मामले सामने आए हैं. वहीं CRPF में पिछले 24 घन्टे में 46 कोरोना केस सामने आए हैं तो वहीं CISF में पिछले 24 घन्टे में 65 जवान कोरोना पॉजिटिव हुए हैं. इसी प्रकार SSB में भी कोरोना के पिछले 24 घन्टे में 6 मामले सामने आए हैं.

हालांकि ITBP और NSG के लिए राहत की बात है. वहां चौबीस घंटे के भीतर सिर्फ 1-1 कोरोना मामले सामने आए हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक इस समय अर्ध सैनिक बलों में कुल 1540 एक्टिव कोरोना मामले हैं.

Advertisement

एक तरफ देश में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं तो दूसरी तरफ देश में कोरोना वैक्सीन का टोटा पड़ने लगा है. महाराष्ट्र, यूपी, छत्तीसगढ़, राजस्थान सहित उड़ीसा और बंगाल से भी कोरोना वैक्सीन खत्म होने की बात सामने आ रही है. सेंकड़ों कोरोना वैक्सीन केन्द्रों को कोरोना वैक्सीन न होने के चलते बंद करना पड़ रहा है, अकेले उड़ीसा में ही बीते दिन 900 के करीब कोरोना टीका केंद्र बंद करने पड़े हैं. यही शिकायत बंगाल राज्य ने की है. बंगाल के स्वास्थ्य विभाग ने इस बाबत केंद्र सरकार को पत्र लिखकर अवगत भी कराया है.

 

Advertisement
Advertisement