राजधानी दिल्ली में आज रात 10 बजे से 26 अप्रैल की सुबह 5 बजे तक लॉकडाउन लगा दिया गया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसकी घोषणा की. लॉकडाउन की वजह से पिछले साल की तरह प्रवासी मजदूरों का पलायन ना शुरू हो जाए, इसे रोकने के लिए भी सीएम केजरीवाल ने उनसे अपील की. केजरीवाल ने कहा कि मैं भरोसा दिलाता हूं कि सरकार आपका पूरा ख्याल रखेगी. आप दिल्ली में ही रहिए.
उन्होंने कहा, "पिछली बार जब देश में लॉकडाउन लगा था. हमने देखा था कि किस तरह बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर अपने गांव जाने लगे. मैं खासतौर से हाथ जोड़कर अपील करना चाहता हूं, ये छोटा सा लॉकडाउन है, 6 दिन का. दिल्ली छोड़कर मत जाइए. आपके आने-जाने में ही इतना समय खराब हो जाएगा. कितना पैसा खराब होगा. कितनी ऊर्जा खराब होगी. दिल्ली में ही रहिए. मुझे उम्मीद है कि ये छोटा लॉकडाउन है और छोटा ही रहेगा. मुझे पूरी उम्मीद है कि शायद बढ़ाने की जरूरत ना पड़े. आप दिल्ली में ही रहिए. यकीन मानिए हम पूरी ईमानदारी के साथ सब मिलकर लड़ेंगे और जल्दी ही इस मुसीबत से छुटकारा पा लेंगे. मैं आपको यकीन दिलाता हूं कि सरकार आपका पूरा ख्याल रखेगी. मैं हूं ना. मुझ पर भरोसा रखिए."
बहुत मुश्किल से लिया है लॉकडाउन का फैसला
सीएम केजरीवाल ने आगे कहा, "मेरी दिल्ली के सभी नागरिकों से अपील है कि ये निर्णय हमने बहुत मुश्किल से लिया है. आप सब लोग जानते हैं कि मैं लॉकडाउन के सख्त खिलाफ रहा हूं. हमेशा से मैंने लॉकडाउन का विरोध किया. मेरा ये मानना है कि लॉकडाउन से कोरोना खत्म नहीं होता. लॉकडाउन से कोरोना की स्पीड कम हो जाती है."
उन्होंने कहा, "मेरा हमेशा ये मानना है कि अगर किसी भी शहर या राज्य की स्वास्थ्य सुविधा अपनी सीमा तक पहुंच जाए, तो लॉकडाउन लगाना जरूरी हो जाता है. ताकि मरीजों की संख्या कम हो जाए. ताकि हेल्थ सिस्टम को और दुरुस्त किया जा सके."
दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट 30% हुआ
दिल्ली में रविवार को बीते 24 घंटे में कोरोना के 25,462 नए मामले सामने आए हैं. ये आंकड़ा अब तक का सबसे ज्यादा है. इसके साथ ही पॉजिटिविटी रेट भी बढ़कर 29.74% हो गया है. यानी, हर 100 टेस्ट में से 30 लोग पॉजिटिव मिल रहे हैं. रविवार को 161 मौतें भी रिकॉर्ड हुईं. राजधानी में अब तक 8,53,460 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 12,121 लोगों की जान जा चुकी है. फिलहाल 74,941 मरीजों का इलाज चल रहा है.