कोरोना के खिलाफ जंग में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) भी कूद पड़ा है. आरबीआई ने आज रिवर्स रेपो रेट घटा कर बैंकों की जमा राशि पर ब्याज को कम कर दिया. वहीं ग्रामीण बैंकों के लिए खजाना खोल कर अर्थव्यवस्था को पटरी लाने के लिए मदद का भी एलान किया. आरबीआई के इस फैसले का गृह मंत्री अमित शाह ने स्वागत किया है.
अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ रही है, जिससे आने वाले दिनों में एक मजबूत और स्थिर भारत को बनाते समय लोगों के जीवन में कम से कम व्यवधान सुनिश्चित हो सके. भारतीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए आरबीआई द्वारा आज उठाए गए कदम, पीएम मोदी के विजन को और मजबूत करते हैं.
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, 'मेक इन इंडिया कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए RBI ने नाबार्ड को 20,000cr क्रेडिट सुविधा देने का फैसला किया, SIDBI को 15,000cr करने से हमारे किसानों को बहुत मदद मिलेगी, MSMEs और स्टार्ट अप्स को बहुत आवश्यक वित्तीय स्थिरता मिलेगी.'
नकदी फ्लो के लिए करेगा 50 हजार करोड़ का निवेश
RBI ने घटाया रिवर्स रेपो रेट
रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को रिवर्स रेपो रेट में प्वाइंट 25 फीसदी की कटौती की. इसका असर ये होगा कि बैंक अब ज्यादा से ज्यादा लोन बांटेंगे. आपको लोन मिलने में आसानी होगी. ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए RBI ने 50 हजार करोड़ की मदद दी.
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नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलमेंट को 25 हजार करोड़. स्मॉल इंडस्ट्री डेवलमेंट बैंक ऑफ इंडिया को 15 हजार करोड़ रुपये और नेशनल हाउंसिंग बैंक को 10 हजार करोड़ की राहत मिलेगी. बैंकों पर दवाब कम करने के लिए डिविडेंड देने पर रोक भी लगा दी गई है. इतना ही नहीं एनपीए नियमों में बैंकों को 90 दिन की राहत दी है.