उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज होती जा रही है. यहां के बलरामपुर स्थित सरकारी हॉस्पिटल में संक्रमण ने चिकित्सकों को अपनी गिरफ्त में लेना शुरू कर दिया है. इस हॉस्पिटल के डायरेक्टर, सीएमएस और अधीक्षक सहित सात अन्य लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है. डायरेक्टर को पीजीआई में एडमिट कराया गया है, इसके साथ ही अस्पताल की ओपीडी सेवा बंद कर दी गई है.
लखनऊ के बलरामपुर हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. राजीव लोचन सीएमएस और अधीक्षक समेत सात लोगों को कोरोना हो गया है. डायरेक्टर की हालत सीरियस होने पर उनको पीजीआई में एडमिट किया गया. वहीं सीएमएस डॉ. एके गुप्ता, अधीक्षक डॉ. हिमांशु चतुर्वेदी सहित पांच अन्य ईएमओ भी कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं, जिसके बाद बलरामपुर हॉस्पिटल की ओपीडी पूरी तरीके से बंद कर दी गई है और सैनिटाइजेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
बलरामपुर हॉस्पिटल के सीएमएस डॉक्टर एके गुप्ता के मुताबिक 5 लोगों की कमेटी बना दी गई है, जो इन सभी चीजों को मॉनिटर कर रही है. वहीं संक्रमण की रफ्तार रोकने के लिए मरीजों को यहां आने से रोका गया है, इसी वजह से ओपीडी सेवा भी बंद कर दी गई है. बता दें कि राजधानी लखनऊ में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. राजधानी के नगर निगम क्षेत्र में नाइट कर्फ्यू भी घोषित किया गया है.
पिछले 24 घंटे में 12 हजार से ज्यादा केस
यूपी की बात करें, तो यहां पिछले 24 घंटे में कोरोना के 12 हजार 787 नए केस सामने आए हैं, जबकि 48 की मौत हुई है. प्रदेश में एक्टिव केसों की संख्या 58 हजार 801 पहुंच गई है. वहीं राजधानी लखनऊ में हालात बेकाबू हो गए हैं. यहां सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए पिछले 24 घंटे में नए मरीजों का आंकड़ा 4 हजार 59 पहुंच गया है, वहीं 23 जानें जा चुकी हैं. वहीं प्रयागराज, वाराणसी और कानपुर में भी कोरोना रफ्तार तेज है.