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कोरोना की दूसरी लहर ने केके अग्रवाल समेत 269 डॉक्टरों की ली जान

कोरोना की दूसरी लहर में अब तक 269 डॉक्टरों की मौत हो चुकी है. यह दावा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने किया. आईएमए ने डॉक्टरों की मौत का राज्यवार आंकड़ा जारी किया है.

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कोरोना से जंग लड़ते डॉक्टर (फाइल फोटो)
कोरोना से जंग लड़ते डॉक्टर (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • IMA ने जारी किए राज्यवार आंकड़े
  • पहली लहर में 748 डॉक्टरों की गई थी जान

कोरोना की दूसरी लहर में अब तक 269 डॉक्टरों की मौत हो चुकी है. यह दावा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने किया. आईएमए ने डॉक्टरों की मौत का राज्यवार आंकड़ा जारी किया है. हालांकि, पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर में कम डॉक्टरों की मौत हुई है. कोरोना की पहली लहर में देश ने 748 डॉक्टरों को खो दिया था.

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आईएमए की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, दूसरी लहर के दौरान सबसे अधिक डॉक्टरों की जान बिहार में गई है. यहां 78 डॉक्टरों की मौत हुई. इसके बाद उत्तर प्रदेश का नंबर आता है. यहां 37 डॉक्टरों की मौत हुई. दिल्ली में दूसरी लहर के दौरान 28 डॉक्टरों की मौत हुई है. वहीं आंध्र प्रदेश में भी 22 डॉक्टरों की मौत हुई है.

IMA की ओर से जारी किया गया आंकड़ा

हैरानी की बात है कि कोरोना की दूसरी लहर जिस महाराष्ट्र से शुरू हुई, वहां महज 14 डॉक्टरों की मौत हुई. वैक्सीनेशन के शुरू होते हुए सबसे पहले फ्रंटलाइन वर्कर्स को टीका लगाने का फायदा दिख रहा है. फ्रंटलाइन वर्कर्स में डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ आते हैं. इन लोगों का सबसे पहली टीकाकरण किया गया था. यही वजह है कि मौत का आंकड़ा कम है.

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IMA के पूर्व अध्यक्ष का भी निधन
कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ही हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के प्रेसिडेंट और IMA (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) के पूर्व प्रेसिडेंट पद्मश्री डॉ केके अग्रवाल का सोमवार रात 11.30 बजे निधन हो गया. पिछले कई दिनों से डॉ. केके अग्रवाल कोरोना से जंग लड़ रहे थे.

पिछले 24 घंटे में 4329 लोगों की मौत

इस बीच कोरोना की दूसरी लहर का पीक अब ढलान पर है. पिछले 24 घंटे के अंदर देश में 2 लाख 63 हजार से अधिक नए मामले आए, जबकि 4 लाख 22 हजार से अधिक लोग ठीक हुए. हालांकि, मौत का आंकड़ा अभी भी कम होता नजर नहीं आ रहा है. पिछले 24 घंटे में 4329 लोगों की मौत हुई है.

UP पंचायत चुनाव में 1621 कर्मचारियों की मौत

उत्तर प्रदेश में अप्रैल महीने में हुए पंचायत चुनाव में शिक्षा विभाग से जुड़े 1621 कर्मचारियों की कोरोना से मौत का दावा किया गया है. उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ की ओर से नई सूची जारी की गई है. इसके मुताबिक कोरोना काल में पंचायत चुनाव में ड्यूटी के दौरान 1621 शिक्षकों, शिक्षा मित्रों, अनुदेशकों और बेसिक शिक्षा विभाग के कर्मचारियों की मौत हुई.

 

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