कोरोना की दूसरी लहर से देश के अलग-अलग हिस्सों में त्राहिमाम है. उत्तर से लेकर दक्षिण तक हर जगह कोरोना के नए मामले बढ़ रहे हैं. ऐसे में राज्य सरकारों ने अपने यहां पाबंदियां बढ़ा दी हैं, करीब 26 राज्य ऐसे हैं जो इस वक्त किसी ना किसी पाबंदी में हैं.
हालांकि, इस बार एक नई चीज़ देखने को मिली है. अधिकतर राज्यों ने इस बार पाबंदी लगाते हुए भी उसे लॉकडाउन का नाम नहीं दिया है. कुछ ही राज्य हैं जो लॉकडाउन कह रहे हैं, वरना बाकी राज्य ऐसा कहने से दूरी अपना रहे हैं. ऐसे में कई राज्यों ने कड़ी पाबंदियों के साथ कई नाम दिए हैं और उन्हें राज्य में लागू किया गया है.
किस राज्य ने अपने यहां दिया कैसा नाम?
कोरोना संकट के बीच हरियाणा में भी पाबंदियां लगा दी गई हैं, ये पिछली बार से कुछ सख्त हैं. इस बार इसे नाम दिया गया है, 'महामारी अलर्ट-सुरक्षित हरियाणा'. जिसके तहत बाजार बंद रहेंगे, बेवजह बाहर निकलने पर रोक होगी, सिर्फ ज़रूरी क्षेत्र के लोगों को काम पर जाने की छूट होगी. या अस्पताल, बैंक, एटीएम आदि को छूट होगी.
ऐसा ही राजस्थान में किया गया है, जहां लॉकडाउन को 'महामारी रेड अलर्ट जन अनुशासन लॉकडाउन’ कहा जा रहा है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसका ऐलान किया था, राजस्थान में इसे 15 दिनों के लिए लागू किया गया है.
राजस्थान में इस पाबंदी को 24 मई तक लगाया गया है और शादी-ब्याह पर पूरी तरह रोक है. बाकी की पाबंदी पहले की तरह जारी रहेंगी. पहले राजस्थान में इसे 'जन अनुशासन पखवाड़ा’ कहा जा रहा था.
लॉकडाउन की बजाय कोरोना कर्फ्यू पर ज़ोर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में एक बार राज्यों से नई पाबंदियों को कोरोना कर्फ्यू कहने का आग्रह किया था, उसी के बाद से कई राज्यों ने अपने यहां जो पाबंदी लगाई उसे यही नाम दिया गया. उत्तर प्रदेश, गुजरात, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश में अभी जो पाबंदियां लगाई गई हैं, उन्हें कोरोना कर्फ्यू ही कहा जा रहा है.
हालांकि, दिल्ली, केरल, तमिलनाडु जैसे राज्यों में लॉकडाउन ही कहा जा रहा है और लोगों से अपील की जा रही है कि वो राज्य सरकार द्वारा लगाई गई पाबंदियों का पालन करें. भारत में कोरोना का कहर लगातार जारी है मई के शुरुआती दिनों में ही कई बार एक दिन में केसों की संख्या चार लाख के पार गई है, जो डराने वाली रफ्तार है.