मध्य प्रदेश के इंदौर में एक कोरोना संदिग्ध मरीज इलाज के लिए भटकता रहा लेकिन उसे समय पर इलाज नहीं मिला तो उसकी स्कूटर पर ही मौत हो गई. इस दर्दनाक वाकये का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
दरअसल, कोरोना क्राइसिस की वजह से अलग-अलग हॉस्पिटल अलग-अलग बीमारियों के लिए चिन्हित हो गए हैं. ऐसे में एक मरीज को लेकर परिजन कई हॉस्पिटल के चक्कर लगाते रहे लेकिन कहीं इलाज नहीं मिला. अंत में मरीज ने अपने परिजनों के सामने एक्टिवा पर ही एमवायएच परिसर में दम तोड़ दिया.
मृतक के बेटे के अनुसार, लंबे समय से बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन का काम कर रहे 56 साल के पिता को नाक में सीमेंट चले जाने से सांस लेने में समस्या आ रही थी. मंगलवार को एक्टिवा पर लेकर वह पिता को लेकर हॉस्पिटल-हॉस्पिटल भटकता रहा. समय पर ट्रीटमेंट न मिलने से पिता ने रास्ते में दम तोड़ दिया.
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दरअसल, कोरोना संदिग्ध पांडु राव इंदौर के अहिल्या पलटन के निवासी थे. पिछले कुछ समय से तबीयत खराब होने के चलते एमवाई हॉस्पिटल में जांच कर इन्हें हॉस्पिटल से घर भेज दिया गया था. मंगलवार सुबह अचानक सांस लेने में तकलीफ के चलते परिजन उन्हें क्लॉथ मार्केट हॉस्पिटल ले गए लेकिन वहां इलाज नहीं मिला. इसके बाद वह एमवाय हॉस्पिटल के लिए निकले लेकिन बीच रास्ते मे ही पांडु राव की मौत हो गई.
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बता दें कि मंगलवार रात तक इंदौर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 544 हो गई है और मृतकों की संख्या 37 हो गई है. देश में बुधवार सुबह साढ़े 11 बजे तक 11 हजार से ज्यादा कोरोना पॉजिटव केस हैं जबकि 375 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं.