ब्रिटेन से शुरू हुआ कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन अब भारत में दस्तक दे चुका है. देश में अब तक दो दर्जन के करीब ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें कोरोना के नए स्ट्रेन के लक्षण हैं. नए स्ट्रेन को 70 फीसदी ज्यादा संक्रमणकारी बताया जा रहा है. इससे सरकार की भी टेंशन बढ़ गई है. वहीं, लोग भी बचाव और एहतियात के बारे में जानना चाह रहे हैं.
कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को लेकर एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा कि pre-epidemiological data से पता चलता है कि कोरोना वायरस ने कई जगहों पर अपने रूप बदल लिए हैं. ब्रिटेन के नए कोरोना स्ट्रेन को लेकर सबसे बड़ी चिंता की बात ये है कि यह ज्यादा संक्रमणकारी है और तेजी से फैलता है.
एम्स निदेशक ने कहा कि ऐसा संभव है कि ब्रिटेन का नया स्ट्रेन भारत में नवंबर या फिर दिसंबर की शुरुआत में ही आ गया हो, लेकिन भारत में पिछले कुछ हफ्ते के दौरान कोरोना के मामलों में ज्यादा इजाफा नहीं हुआ है. अगर ब्रिटेन का कोरोना स्ट्रेन भारत में आ भी चुका है तो ये हमारे कोरोना के मामले और hospitalization पर असर डाल सकता है. ऐसे में हमें अब ज्यादा सावधानी रखने की जरूरत है ताकि इसे और फैलने से रोका जा सके.
It's unlikely that UK strain, even if it had entered India, is causing a significant effect on our cases & hospitalization. But we need to be extra careful & make sure that we don't let it come in India in a big way: Dr Randeep Guleria, Director, AIIMS Delhi on Corona's UK strain https://t.co/gsDADsHJOT pic.twitter.com/0cnydb8Q2F
— ANI (@ANI) December 30, 2020
उड़ानों पर अस्थाई रोक
बता दें कि सरकार ने यूरोपीय देशों से आने वाली उड़ानों पर अस्थाई रोक लगा रखी है. 25 नवंबर से 23 दिसंबर तक कुल 33 हजार लोग यूके से भारत के अलग-अलग एयरपोर्ट पर उतरे थे. इनमें से 114 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले. इनके सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भारत की 10 अलग-अलग प्रयोगशालाओं में भेजे गए, तब जाकर पता चला कि 6 लोगों में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मिला है.
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