देशभर में कोरोना संक्रमण के केस में मामूली गिरावट के बाद फिर बड़ा उछाल देखने को मिल रहा है. 8 दिन बाद गुरुवार को कोरोना के 3 लाख से ज्यादा मामलों ने सरकार को चिंता में डाल दिया है. इस बीच आज तक ने मेदांता अस्पताल के चेयरमैन डॉ. नरेश त्रेहन से संक्रमण की स्थिति को लेकर बातचीत की. उन्होंने कहा कि कोरोना कहीं नहीं गया है. लोग साधारण सर्दी-बुखार को फ्लू समझने की गलती कर रहे हैं. लोगों को इससे बचना चाहिए.
डॉक्टर त्रेहन ने कहा कि देश में कोरोना केस लगातार बढ़ रहे हैं. इसलिए यह कहना जल्दबाजी होगी कि तीसरी लहर की पीक आ चुका है. कोरोना को हल्के में लेना बहुत बड़ी लापरवाही है. तीसरी लहर में पॉजिटिविटी रेट जिस तरह से बढ़ रहा है, वह एक तरह से खतरे का संकेत है. हालांकि हॉस्पिटलाइजेशन उतना नहीं है, क्योंकि संक्रमित मरीजों में गंभीर समस्या या लक्षण नहीं दिख रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा कि यह जरूर कहा जा सकता है कि जिस तरह से बढ़ते हुए मामलों में हल्की गिरावट नजर आ रही है, वह टेस्टिंग की कमी के कारण है. अक्सर जब भी मामले बढ़ते हैं तो दिल्ली या मुंबई जैसे शहरों में पहले ज्यादा मामले सामने आते हैं और उसके बाद धीरे-धीरे दूसरे शहरों में भी इसी तरह का ट्रेंड देखने को मिलता है.
तीसरी लहर की पीक पर क्या बोले?
तीसरी लहर के पीक पर बात करते हुए डॉ. त्रेहन ने कहा कि पीक अभी नहीं आया है. आने वाले समय में जल्द ही आ सकता है. हो सकता है कि फरवरी महीने तक corona के तीसरे लहर का पीक आ जाए.
बच्चों की कई वैक्सीन पाइपलाइन में
बच्चों के वैक्सीनेशन पर बात करते हुए डॉ. त्रेहन ने बताया कि 12 से 14 साल के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन जल्द शुरू होने वाला है. दूसरी कई वैक्सीन भी पाइपलाइन में हैं, जिनका ट्रायल जारी है.