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खत्म होगी वैक्सीन पर जंग! पूनावाला का ट्वीट- भारत बायोटेक विवाद पर जल्द आएगा साझा बयान

वैक्सीन बनाने वाले दोनों ही संस्थान सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक में बयानबाजी का दौर चल रहा है. इस विवाद के बीच सीरम इंस्टीट्यूट के अदार पूनावाला ने ट्वीट किया है और जल्द ही एक साझा बयान जारी करने की बात कही है.

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सीरम इंस्टीट्यूट के अदार पूनावाला ने दी जानकारी
सीरम इंस्टीट्यूट के अदार पूनावाला ने दी जानकारी
स्टोरी हाइलाइट्स
  • वैक्सीन को लेकर दोनों कंपनियों में विवाद
  • अदार पूनावाला बोले- जारी होगा साझा बयान

भारत में दो कोरोना वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी है. लेकिन वैक्सीन बनाने वाले दोनों ही संस्थान सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक में बयानबाजी का दौर भी चल रहा है. अब सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के प्रमुख अदार पूनावाला ने मंगलवार को एक ट्वीट कर जानकारी दी है कि जल्द ही भारत बायोटेक के साथ जारी विवाद को लेकर साझा बयान जारी किया जाएगा.

दरअसल, अदार पूनावाला ने बीते दिनों भारत बायोटेक की कोवैक्सीन पर सवाल उठाए थे और उसे मंजूरी मिलने पर भी आपत्ति जताई थी. जिसके बाद भारत बायोटेक की ओर से ऑक्सफोर्ड-सीरम की कोविशील्ड को लेकर कड़ी टिप्पणी की गई थी.

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यही कारण रहा कि देश को दोनों ही वैक्सीन निर्माता आपस में उलझते हुए दिख रहे थे. अब मंगलवार को अदार पूनावाला ने ट्वीट कर लिखा, ‘मैं दो बातों को साफ करना चाहता हूं, पहला कि वैक्सीन का निर्यात किसी भी देश में किया जा सकता है. और दूसरा कि भारत बायोटेक को लेकर बीते दिनों जो भी गलतफहमी हुई है, उसपर एक साझा बयान जारी किया जाएगा.’

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वैक्सीन निर्माताओं में आपस में ही जंग
एक ओर देश जहां दोनों वैक्सीन निर्माताओं की सफलता पर खुशी जाहिर कर रहा है, दूसरी ओर दोनों ही कंपनियां बीते दिनों बयानबाजी के दौर में उलझी रही. सीरम इंस्टीट्यूट के अदार पूनावाला ने हाल ही में अपने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘अब तक सिर्फ फाइजर, मॉडर्ना और ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन की प्रभावकारिता साबित हुई है और बाकी सभी वैक्सीन सिर्फ पानी की तरह सुरक्षित हैं.’

अदार पूनावाला के इस बयान पर भारत बायोटेक की ओर से तीखी टिप्पणी आई. भारत बायोटेक के फाउंडर और चेयरमैन कृष्णा एल्ला ने एक बयान में कहा कि वो ऐसी किसी टिप्पणी से दुखी हैं. उन्होंने कहा, 'हम 200 फीसदी ईमानदार क्लिनिकल ट्रायल करते हैं और उसके बाद हमें ऐसी प्रतिक्रिया मिलती है. अगर मैं गलत हूं, तो मुझे बताएं. कुछ कंपनियां हमारी वैक्सीन को पानी की तरह बता रही हैं. मैं इससे इनकार करता हूं. हम वैज्ञानिक हैं.'

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