भारत में कोरोना वैक्सीन की सप्लाई होना शुरू हो गया है. 16 जनवरी से देश में टीकाकरण की शुरुआत हो रही है, ऐसे में सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड, भारत बायोटेक की कोवैक्सीन राज्यों तक पहुंचने लगी है. लेकिन देश में इन दो वैक्सीन के अलावा चार अन्य वैक्सीन पर भी काम चल रहा है. इनमें से किस वैक्सीन पर ताजा अपडेट क्या है, एक नज़र डालिए...
Zydus Cadilla- Zy-Cov-D
अहमदाबाद की कंपनी Zydus देश में तीसरी वैक्सीन ला सकती है. दिसंबर 2020 में वैक्सीन का दूसरा ट्रायल पूरा हो गया है, जबकि 30 हजार वॉलंटियर्स के साथ तीसरे ट्रायल की इजाजत मिल गई है. अन्य भारतीय वैक्सीन की तरह भी इस वैक्सीन को रखना भी आसान है. कंपनी के द्वारा इंट्राथर्मल वैक्सीन बनाने पर काम चल रहा है, जो सिर्फ स्किन पर लगाई जा सकती है.
स्पुतनिक V
रूसी वैक्सीन स्पुतनिक की सफलता का रेट 90 फीसदी से ऊपर माना गया है. इसका अभी भारत में ट्रायल चल रहा है, डॉ रेड्डी लैब्स के साथ काम जारी है. दो ट्रायल पूरे हो गए हैं और तीसरा ट्रायल हो रहा है. भारत में इस वैक्सीन को मैन्यूफैक्चर करने की इजाजत मिल चुकी है. वैक्सीन ने अपनी रिपोर्ट में 91.4 फीसदी सफलता का दावा किया था.
Biological E
हैदराबाद की कंपनी द्वारा प्रोटीन-आधारित वैक्सीन बनाने पर काम किया जा रहा है. अमेरिकी कंपनी के साथ इस वैक्सीन को बनाया जा रहा है. दिसंबर में इसका पहला ट्रायल शुरू हुआ था, मार्च में इसका दूसरा ट्रायल शुरू हो सकता है.
Gennova Biopharmaceuticals Limited
जीनोवा द्वारा डेवलेप की जा रही mRNA COVID-19 वैक्सीन को 2 से 8 डिग्री के बीच स्टोर किया जा सकता है. कंपनी को पहले फेज के ट्रायल की इजाजत मिल गई है, जबकि दूसरा ट्रायल भी मार्च में शुरू होगा.
आपको बता दें कि देश में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन शुरू होने जा रहा है. अभी सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड, भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को इस्तेमाल में लाया जा रहा है. देश में शुरुआत में तीन करोड़ कोरोना वॉरियर्स को वैक्सीन दी जानी है.