कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है और इस बीच केरल (Kerala) में बहुत तेज़ी से बढ़ते हुए मामलों ने चिंता बढ़ा दी है. बीते कुछ दिनों में आए नए एक्टिव केस में सबसे अधिक केरल से ही आए हैं, जिसके बाद केंद्र सरकार को भी राज्य सरकार को चिट्ठी लिखनी पड़ी है. इस बीच उत्तर भारत के राज्यों में नए केस कम होने के बीच स्कूलों का खुलना (Schools Reopen) भी जारी है.
केरल में बढ़ता कोरोना बढ़ा रहा चिंता
केरल में ईद में मिली छूट के बाद अचानक से ही कोरोना के मामलों में तेज़ी दर्ज की गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, ताजा मामलों में आधे से अधिक मामले केरल से ही आ रहे हैं और पिछले चार हफ्तों में नए मामलों की ग्रोथ डराने वाली है. केरल के कई जिले ऐसे हैं, जिनमें कोरोना के मामलों में 60 फीसदी तक की बढ़त हुई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से अब राज्य सरकार को सुपर स्प्रेडर इवेंट पर रोक लगाने को कहा है, तेज़ी से नए मामलों में कमी लाने की अपील की गई है. देश में इस वक्त करीब 4 लाख एक्टिव केस हैं, इनमें से डेढ़ लाख तो केरल से ही हैं.
उत्तर भारत में स्कूल खोलने की तैयारी
एक ओर केरल में कोरोना के बढ़ते मामले डरा रहे हैं, तो उत्तर भारत के कई राज्यों में कोरोना के मामले घटने के बाद राहत की सांस ली जा रही है. अब कुछ राज्यों ने स्कूल खोलने की मंशा जताई है, इस बीच LocalCircles का सर्वे सामने आया है जिसमें अभिभावकों की ओर से वैक्सीनेशन पर ज़ोर देने की बात कही गई है.
करीब 48 फीसदी अभिभावक ऐसे हैं, जो चाहते हैं कि बच्चे तभी स्कूल जाएं जब वैक्सीन लग जाए. वहीं, 21 फीसदी अभिभावक अभी भी बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार हैं. 30 फीसदी जिले में ज़ीरो केस होने पर बच्चों को स्कूल भेजना चाहते हैं. इस सर्वे में कुल 32 हजार पेरेंट्स से बात की गई है. बता दें कि ये हलचल तब तेज़ हुई है, जब सरकार की ओर से संकेत दिए गए हैं कि अगस्त तक बच्चों की वैक्सीन आ सकती है.
वैसे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अब स्कूल खोलने का फैसला पूरी तरह से राज्यों पर छोड़ दिया है. अभी इसपर कोई भी पुख्ता फैसला नहीं लिया गया है, लेकिन हर राज्य से अपने यहां की स्थिति के अनुसार फैसला लेने को कहा गया है.
भारत में कोरोना वायरस
कुल केस : 3,15,26,622
एक्टिव केस : 3,97,330
अबतक हुई मौत : 4,22,695