भारत में कोरोना वायरस का प्रसार अब तेजी से बढ़ने लगा है. पॉजिटिव मरीजों के साथ वायरस से मरने वालों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है. लिहाजा, पूरा देश इस हालात से चिंतित है. केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकारें पूरी तरह एक्टिव हो गई हैं. पूरे देश में जनता कर्फ्यू के बाद 22 राज्यों के 75 जिलों में लॉकडाउन लागू कर दिया गया है. ट्रेन-मेट्रो-बस सेवा जैसी सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं.
सरकार की तरफ से ये सख्त कदम इसलिए उठाए गए हैं ताकि कोरोना वायरस के कम्यूनिटी प्रसार को रोका जा सके. इस खतरे के मद्देनजर सरकार जनता को घर में बंद रखने के लगभग सभी कदम उठा चुकी है या उठा रही है. लेकिन अब आगे क्या. सरकार अब कोरोना वायरस से कैसे लड़ेगी? इसके लिए अब वो कदम उठाए जा रहे हैं जो सबसे ज्यादा कारगर हैं.
कोरोना संक्रमित लोगों की पहचान
कोरोना वायरस की सबसे खतरनाक बात ये है कि शुरुआत में नॉर्मल रिपोर्ट वाले लोग भी बाद में पॉजिटिव निकल जाते हैं. दूसरी तरफ ये वायरस संक्रमित व्यक्ति के टच में आने या संक्रमित सरफेस से भी फैल जाता है. भारत में अब तक के कोरोना मरीजों को देखा जाए तो वो लगभग सभी विदेशों से लौटे हुए हैं या विदेश से लौटे लोगों के संपर्क में आए हैं. लिहाजा, अब ऐसे लोगों की पहचान की जा रही है जो पिछले कुछ वक्त में विदेशों की यात्रा कर लौटे हैं.
महाराष्ट्र सरकार ने इस मसले पर एक एडवाइजरी जारी की है और लोगों से कहा है कि अगर किसी की विदेश ट्रैवल हिस्ट्री रही है और उनके अंदर कोरोना से जुड़े कोई भी लक्षण हैं तो वो सरकारी अस्पतालों को सूचित करें.
दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने इससे एक कदम आगे बढ़ते हुए निर्णय लिया है. केजरीवाल सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को 1 मार्च के बाद विदेश से लौटे यात्रियों की पहचान करने की जिम्मेदारी दी है. विदेश से लौटे ऐसे 35 हजार लोगों की पहचान कर ली गई है. इसके बाद अब इन सभी लोगों को 14 दिन तक निगरानी में रखा जाएगा. बता दें कि दल्ली में कोरोना वायरस के अब तक 27 केस आए हैं, इनमें से 21 मरीज ऐसे हैं जो विदेश से आए थे. दिल्ली में एक मौत भी हुई है.
क्वारंटाइन मुहर
हालांकि, देश के बड़े हिस्से में लॉकडाउन लागू है और पीएम नरेंद्र मोदी ने सभी राज्य सरकारों से कहा है कि इसका सख्ती से पालन कराएं. बावजूद इसके कुछ केस ऐसे भी सामने आए हैं जिनमें क्वारंटाइन की मुहर वाले लोग भी सार्वजनिक जगहों पर देखे गए हैं. बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर को ऐसी शिकायत मिली थी, जिसके बाद उनकी तरफ से सख्त कार्रवाई का फरमान दिया गया है. बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर ने ट्वीट किया है कि अगर क्वारंटाइन मुहर लगे लोग कहीं बाहर नजर आएं तो 100 नंबर पर कॉल करें, ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा और 'सरकारी क्वारंटाइन' में भेजा जाएगा.
पंजाब के जालंधर में विदेश से लौटने वालों के घरों पर स्टीकर लगाए गए हैं. साथ ही उनके हाथों पर पहचान के लिए मुहर भी लगाई जा रही है.
बेंगलुरु में कोरोना पीड़ित के हाथ पर लगी मुहर
संक्रमित लोगों की पहचान और उनको आइसोलेशन व क्वारंटाइन में रखने के अलावा एक और अहम कदम जो सरकार की तरफ से उठाया जा रहा है, वो है टेस्ट. कोरोना से बचाव में उसका टेस्ट भी सबसे अहम है. WHO की तरफ से भी कहा गया है कि अगर वक्त रहते टेस्ट की व्यवस्था की जाए तो इस वायरस को हराया जा सकता है.
कोरोना जांच के लिए सरकार ने बढ़ाई लैबों की संख्या, अब 116 जगह होंगे टेस्ट
देश में अब टेस्ट का इंतजाम बड़े पैमाने पर किया जा रहा है. सरकारी लैब की संख्या बढ़ाने के बाद अब प्राइवेट लैब्स को भी कोरोना टेस्ट की परमिशन दी गई है. अब तक 89 लैब में कोरोना की जांच हो रही थी, लेकिन 27 नई लैब का गठन किया गया है. जिससे कोरोना टेस्ट की लैब बढ़कर 116 हो गई है. इनके अलावा 6 प्राइवेट लैब्स को भी टेस्ट की इजाजत दी गई है.
यानी कोरोना से पार पाने वाले देशों ने जो तरीके अपनाए हैं और WHO भी जिन तरीकों को कोरोना से लड़ाई में सबसे कारगर बता रहा है, भारत अब उस दिशा में आगे बढ़ रहा है. लेकिन इस सबके बीच जरूरी ये है कि लोग लॉकडाउन के तहत घरों में रहें, एहतियात बरतें और सरकार का सपोर्ट करें.