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Corona: 5 से 15 साल के बच्चों को भी लगेगी Vaccine? स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने क्या बताया

देश में 5 से 15 साल के बच्चों के वैक्सीनेशन स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया का कहना है कि वैज्ञानिक सिफारिश के बाद ही इस पर फैसला लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि वैक्सीन की कमी नहीं है और जैसे ही सिफारिश होती है, वैसे ही इस आयुवर्ग का वैक्सीनेशन भी शुरू कर दिया जाएगा.

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देश में छोटे बच्चों के वैक्सीनेशन पर चर्चा तेज हो गई है. (फाइल फोटो-PTI)
देश में छोटे बच्चों के वैक्सीनेशन पर चर्चा तेज हो गई है. (फाइल फोटो-PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • बच्चों के वैक्सीनेशन पर वैज्ञानिक सिफारिश पर होगा फैसला
  • मंडाविया बोले- सिफारिश मिलते ही शुरू होगा वैक्सीनेशन

देश में 15 से 18 साल के किशोरों का कोरोना वैक्सीनेशन तेजी से चल रहा है. अब तक 70 फीसदी किशोरों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है. इसी बीच स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Mansukh Mandaviya) ने 5 से 15 साल के बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर भी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि एक्सपर्ट कमेटी से सिफारिश मिलने के बाद सरकार जल्द से जल्द 5 से 15 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन भी शुरू कर देगी.

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उन्होंने मीडिया को बताया कि वैज्ञानिकों की सिफारिश के बाद ही फैसला लिया जाता है कि किसे और कब वैक्सीन लगानी है. उन्होंने कहा कि वैक्सीन डोज की कोई कमी नहीं है, जैसे ही हमें सिफारिश मिलेगी, हम 5 से 15 साल के आयुवर्ग का वैक्सीनेशन भी शुरू कर देंगे.

उन्होंने बताया कि अभी तक सरकार को ऐसी सिफारिश नहीं मिली है और सिफारिश के आधार पर ही वैक्सीनेशन पर कोई फैसला होगा. उन्होंने बताया कि पिछले साल जुलाई-अगस्त में हुए सीरो सर्वे में देश के 67 फीसदी बच्चों में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी मिली थी. 

स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने बताया कि कोई भी सिफारिश करने से पहले वैज्ञानिक स्टडी करते हैं. पहले हम दुनिया को फॉलो करते थे, लेकिन आज हमारे वैज्ञानिक अपना एनालिसिस कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें-- Bharat Biotech की उस Intranasal Vaccine के बारे में जानें सबकुछ, जिसे ट्रायल करने को सरकार ने मंजूरी दी

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मंजूरी मिली भी तो क्या वैक्सीन है?

सवाल उठता है कि अगर सरकार की ओर से मंजूरी मिल भी गई तो क्या 5 से 15 साल के बच्चों के लिए देश में वैक्सीन है? फिलहाल भारत बायोटेक की कोवैक्सीन (Covaxin) ही है जिसके ट्रायल 2 साल से लेकर 18 साल तक के बच्चों पर हुए हैं. अभी कोवैक्सीन ही 15 से 18 साल के बच्चों को दी जा रही है. कोवैक्सीन को सरकार ने 12 साल से ऊपर के बच्चों पर आपात इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है. 

कोवैक्सीन के अलावा सरकार ने Covovax को भी मंजूरी दी है. ये वैक्सीन सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) बना रही है. ये वैक्सीन 3 साल से ऊपर के बच्चों के लिए होगी. हालांकि, इसे अभी आने में कम से कम 6 महीने का वक्त लगेगा. 

75% किशोरों को वैक्सीन की पहली डोज

देश में 3 जनवरी से 15 से 18 साल के किशोरों का वैक्सीनेशन शुरू हुआ था. देश में 15 से 18 साल के किशोरों की संख्या 7.4 करोड़ के आसपास है. न्यूज एजेंसी के मुताबिक, अब तक 75 फीसदी से ज्यादा किशोरों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है. जबकि, 1.47 करोड़ किशोरों को दोनों डोज दी जा चुकी है.

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