प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को स्पष्ट कर दिया कि देश में लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा दिया गया है. इसी के साथ ही देश में ट्रांसपोर्ट के तमाम साधन 3 मई तक बंद रहेंगे. इसलिए आपके लिए बेहतर यही होगा कि आप इस वक्त जहां हैं, लॉकडाउन खत्म होने तक वहीं रहें, क्योंकि ऐसी परिस्थितियों में कहीं भी आने-जाने की कोशिश आपको परेशानी में डाल सकती है.
इस दौरान सोशल मीडिया पर कई तरह की अफवाहें कुछ लोग फैलाते हैं और उन्हें बताया जाता है कि ट्रेनें चल रही हैं, गाड़ियां चल रही हैं. हमारी आपसे अपील है कि इन अफवाहों पर बिल्कुल भी यकीन न करें.
आप अफवाहों पर न जाएं और अपने दिमाग से काम करें. 3 मई तक देश में सबकुछ बंद है. कोई कहीं आ-जा नहीं सकता है. इस दौरान न रेल चलेगी और न ही बस.
अगर आपने खुद के वाहन से या पैदल निकलने की कोशिश की भी तो भी राज्य और जिलों की सीमाएं सील हैं, वहां से आगे आप नहीं जा पाएंगे और कानून तोड़ने के जुर्म में पुलिस आपको गिरफ्तार तक कर सकती है.
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किसी तरह जो लोग अपने गांव पहुंच भी जा रहे हैं, उन्हें भी उनके गांव या मोहल्ले में नहीं घुसने दिया जा रहा है, बल्कि वहां पर भी उन्हें क्वारनटीन करके रखा जा रहा है.
गांव का मुखिया या स्थानीय प्रशासन शहर से ग्रामीण इलाकों में पहुंचने वाले लोगों को पकड़कर स्कूलों, अन्य इमारतों में बने क्वारनटीन सेंटर में रख रहा है. इन्हें 14 दिनों तक वहीं पर रहना पड़ेगा. इस तरह से आप गांव पहुंचकर भी अपने परिवार से नहीं मिल पाएंगे, बल्कि उन्हें भी परेशान करेंगे.
It is clarified that all Passenger train services are fully cancelled, across the nation, till 3rd May 2020 and there is no plan to run any special train to clear the passenger rush
All concerned may pl.take note of the same and help us in resisting any wrong news in this regard
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) April 14, 2020
कोरोना कमांडोज़ का हौसला बढ़ाएं और उन्हें शुक्रिया कहें
दिल्ली-मुंबई जैसे बड़े शहरों के मुकाबले छोटे शहरों में क्वारनटीन सेंटर के हालात आपकी परेशानी को और भी बढ़ा सकते हैं. भीड़ में बाहर निकलना या यात्रा करना आपको कोरोना का मरीज बना सकता है जो आपके लिए जानलेवा हो सकता है.
राष्ट्रहित, समाज हित और अपने खुद के हित में आपको लॉकडाउन का सम्मान करना चाहिए, आप जहां हैं वहीं रहें, अगर आपको राशन-दवा आदि की जरूरत हो तो संबंधित इलाके की हेल्पलाइन या पुलिस से संपर्क करें, आपको जरूर मदद मुहैया कराई जाएगी. कई सरकारी और गैर सरकारी संस्थाएं जरूरतमंदों को मुफ्त खाना भी खिला रही हैं, इसलिए आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है, जरूरत पड़ने पर डिजिटल माध्यम से इन संस्थाओं से संपर्क कीजिए.