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बेटे को थैलेसीमिया की बीमारी, आजतक की पहल से अस्पताल पहुंचे मां और बेटा

लॉकडाउन के दौरान दिल्ली में थैलेसीमिया से पीड़ित बेटे को ब्लड चढ़वाने के लिए मां जब अपने बेटे के साथ घर से बाहर निकली तो उन्हें कोई साधन नहीं मिला. फिर आजतक ने पुलिस अफसरों को फोन लगाया और दोनों को गाड़ी के जरिए अस्पताल भिजवाया गया.

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बेटे को ब्लड चढ़वाने के लिए अस्तपाल जाने को निकले मां और बेटे (फोटो-अनुज)
बेटे को ब्लड चढ़वाने के लिए अस्तपाल जाने को निकले मां और बेटे (फोटो-अनुज)

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  • अस्पताल जाने को भटकता रहा परिवार
  • ब्लड चढ़वाने के लिए जाना था अस्पताल
  • रास्ते में मां-बेटे को नहीं मिला कोई साधन
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश में कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए लॉकडाउन को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है. लेकिन इस लॉकडाउन की वजह से कई जरूरतमंद ऐसे भी हैं जिन्हें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और वे सड़कों की खाक छानने को मजबूर हैं.

ऐसा ही एक परिवार दिल्ली के आनंद विहार इलाके की सड़क पर दिखा. नूरजहां नाम की महिला अपने 19 साल के बीमार बेटे को लेकर दिल्ली के जीटीबी अस्पताल के लिए गाजीपुर इलाके में स्थित अपने घर से निकली.

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बेटे को हर महीने चढ़ता है ब्लड

बेटे आमिर को थैलेसीमिया की बीमारी है. हर महीने ब्लड चढ़ता है पिछले तीन महीने से ब्लड नहीं चढ़ पाया है. इस कारण बेटे के शरीर में दर्द हो रहा था.

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पति गांव में फंसे हुए हैं और लॉकडाउन की वजह से वो दिल्ली नहीं आ पाए. लिहाजा बेटे की तकलीफ को देखते हुए मां अपने बीमार बेटे को लेकर निकल पड़ी. लेकिन रास्ते में कोई साधन नहीं मिल रहा था.

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नूरजहां के मुताबिक उसने कई बार 112 नंबर पर कॉल भी किया, लेकिन वहां से किसी वजह से संपर्क नहीं हो पाया.

बीमारी की वजह से बेटे आमिर से चला नहीं जा रहा था. लिहाजा वो हर गाड़ी को रोककर मदद मांग रही थी, लेकिन जब कोई गाड़ी नहीं रुकी तो मां बेटा सड़क के किनारे बैठ गए.

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आजतक ने पुलिस को दी जानकारी

आजतक की टीम की नजर जब नूरजहां पर पड़ी तो हमने उनसे बात की. उनकी परेशानी को जानकर हमने फौरन इलाके के डीसीपी को इस बाबत जानकारी दी.

पुलिस विभाग के आला अधिकारियों को इस बाबत सूचित करने के थोड़ी देर बाद आखिरकार पुलिस मौके पर पहुंची और फिर पुलिस ने एक गाड़ी को रुकवाकर नूरजहां और उसके बेटे को अस्पताल भेजा.

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जाहिर है ऐसे न जाने कितने परिवार है जिनको इस लॉकडाउन में दिक्कत हो रही है. बहरहाल सरकार और पुलिस की तरफ से लगातार ये कवायद की जा रही है कि लोगों को तकलीफ कम हो.

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