कोरोना वायरस महामारी से जूझते हुए दुनिया को अब ये दूसरा साल है. इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने एक बड़ा बयान दिया है. UN का कहना है कि अगर कोरोना महामारी लंबे वक्त तक रहती है, तो ये एक मौसमी बीमारी बन सकती है.
चीन के वुहान शहर से दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस ने अबतक दुनिया में करीब 27 लाख लोगों की जान ले ली है. और अभी भी दुनिया के कुछ देशों में कोरोना के मामलों में फिर से बढ़ोतरी देखी जा रही है.
कोरोना को लेकर संयुक्त राष्ट्र की मेट्रोलॉजिकल टीम ने एक रिपोर्ट जारी की है. 16 सदस्यीय टीम का कहना है कि अगर कोरोना वायरस अगले कुछ वर्षों तक चलता है, तो ये एक मौसमी बीमारी हो जाएगा.
टीम का कहना है कि कोरोना वायरस के पहले साल में देखा गया है, जिन जगहों पर गर्मी अधिक है वहां पर कोरोना के मामले बढ़े हैं. ऐसे में इससे इनकार नहीं किया जा सकता है कि अगर गर्मी लौटती है, तो फिर से कोरोना के मामले बढ़ जाते हैं. हालांकि, अभी ये भी सिद्ध नहीं हुआ है कि किसी मौसम का इस महामारी पर फर्क पड़ता है या नहीं.
संयुक्त राष्ट्र की इस रिपोर्ट के मुताबिक, शुरुआती वक्त में ऐसे दावे किए गए थे कि हवा की खराब क्वालिटी कोरोना वायरस के संकट को बढ़ाने का काम कर सकती है. लेकिन ऐसा सिद्ध नहीं हो सका है.
गौरतलब है कि कोरोना वायरस ने शुरुआत में चीन में अपना कहर बरपाया, फिर यूरोप के कई देशों मे ये तेजी से बढ़ा. उसके बाद अमेरिका और भारत का नंबर आया. भारत में कुछ वक्त पहले कोरोना के मामलों में कमी आई थी, लेकिन बीते एक हफ्ते से फिर से कोरोना के केस बढ़ने लगे हैं जो चिंता का विषय हैं.