कोरोना पर भारत का सबसे बड़ा वार शुरू हो गया है. सरकार के मेगा एक्शन प्लान के मुताबिक देश के कई राज्यों में मंगलवार को कोरोना की वैक्सीन पहुंच गई. पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट से रवाना हुई कोविशील्ड वैक्सीन मंगलवार को देश की राजधानी दिल्ली पहुंची. राजीव गांधी हॉस्पिटल में वैक्सीन के 22 बॉक्स पहुंचे हैं. इन बॉक्स में 2 लाख 64 हजार डोज हैं. बिल्डिंग के चारों तरफ सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं.
वैक्सीन को अब इसी अस्पताल में स्टोर किया जाएगा. बता दें कि कोरोना वायरस की महामारी से निपटने के लिए देश में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन शुरू होने वाला है. सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट को 1 करोड़ 10 लाख डोज के ऑर्डर दिए हैं.
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सुरक्षा के कड़े इंतजाम
दिल्ली के एकलौते वैक्सीन स्टोरेज सेंटर यूटिलिटी बिल्डिंग के चारों तरफ त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे का इंतजाम किया गया है. यूटिलिटी बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर पर वैक्सीन स्टोर करने के लिए फ्रिज रखे गए हैं. यूटिलिटी बिल्डिंग के अंदर और बाहर अस्पताल के सुरक्षाकर्मी जिम्मेदारी संभालेंगे. बगैर आइडेंटिफिकेशन के किसी को भी बिल्डिंग में प्रवेश नहीं दिया जाएगा.
बिल्डिंग के बाहर एक निश्चित दूरी पर दिल्ली पुलिस को सुरक्षा की जिम्मेदारी मिली है. बिल्डिंग के एंट्री प्वाइंट को पुलिस ने बैरिकेडिंग कर बंद कर दिया है. इसके अलावा सीसीटीवी की मदद से भी बिल्डिंग के एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर नजर रखी जाएगी. बिल्डिंग के सामने मौजूद पोल में सीसीटीवी लगे हुए हैं, जिनकी एक सेंटर रूम से लाइव मॉनिटरिंग की जाएगी.
इससे पहले दिल्ली एयरपोर्ट पर वैक्सीन वाले कंटेनर्स को स्पेशल क्लियरंस दिया गया. दिल्ली में जो वैक्सीन की खेप आई है, उसका एक हिस्सा करनाल भी जाएगा. इस दौरान दिल्ली पुलिस पूरी सुरक्षा मुहैया कराएगी.
दिल्ली एयरपोर्ट की ओर से जारी बयान में कहा गया कि हमारे पास -20 डिग्री से +25 डिग्री सेल्सियस तक तापमान की क्षमता है. दोनों टर्मिनल पर एक दिन में 5.7 मिलियन डोज रखने की क्षमता है. एयरपोर्ट की ओर से सरकार, एजेंसियां, एयरलाइंस और अन्य सभी स्टेकहोल्डर के साथ संपर्क किया गया है और वैक्सीनेशन के काम में अहम रोल निभाने के लिए तैयारी की गई है.
सीरम इंस्टीट्यूट से स्पेशल कंटेनर में इन वैक्सीन को रवाना किया गया है, जिसपर जीपीएस लगा हुआ है. साथ ही इन कंटेनर के साथ पुलिस भी चल रही है. अभी सरकार की ओर से शुरुआत में जो 1.1 करोड़ डोज का ऑर्डर दिया गया है, उसकी सप्लाई शुरू हो गई है. इसके अलावा आगे की प्रक्रिया भी जारी है.
देश में 16 जनवरी से वैक्सीनेशन का काम शुरू होना है. शुरू में 3 करोड़ कोरोना वॉरियर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन का डोज लगेगा, जिसका खर्च केंद्र सरकार उठाएगी. इसके बाद 27 करोड़ उन लोगों का नंबर आएगा, जिनकी उम्र 50 वर्ष से अधिक है या फिर कोई गंभीर बीमारी है.