कोरोना वायरस के असर को रोकने के लिए जरूरी है कि लोग एक दूसरे के संपर्क में ना आएं. इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का ऐलान किया था, जिसका करोड़ों देशवासियों ने स्वागत किया. अब अमेरिका ने भी भारत के इस कदम की तारीफ की है और जनता कर्फ्यू को कारगर बताया है.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के साउथ-सेंट्रल एशिया डिपार्टमेंट की असिस्टेंट सेक्रेटरी एलिस वेल्स ने जनता कर्फ्यू के बारे में कहा कि करोड़ों लोगों का इस तरह जनता कर्फ्यू में भाग लेना उत्साहवर्धक है, कोरोना के खिलाफ लड़ाई में ये काफी अहम है.
Inspiring to see people across #India coming together despite being physically apart to applaud workers on the frontlines combatting #COVID19 #JantaCurfew AGW https://t.co/F6OmN4CZEj
— State_SCA (@State_SCA) March 23, 2020
साउथ-सेंट्रल एशिया डिपार्टमेंट की तरफ से पीआईबी का एक वीडियो भी ट्वीट किया गया, जिसमें जनता कर्फ्यू के दौरान लोग तालियां और थालियां बजा रहे थे.
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में जनता कर्फ्यू की अपील की थी. इसके अलावा शाम को पांच बजे तालियां बजाने को कहा था, ये तालियां उन लोगों के लिए अभिवादन था जो लोग कोरोना वायरस से लड़ाई लड़ने में लगातार काम में जुटे हुए हैं.
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दूसरी ओर अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वहां मौजूद भारतीय कंपनियों के प्रतिनिधियों से बात की. इस दौरान भारतीय कंपनियों की समस्या को पूछा और कोरोना वायरस की महामारी से निपटने के तरीकों पर चर्चा की.
आपको बता दें कि इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कोरोना वायरस से लड़ाई के मामले में भारत के रोल को अहम बताया था. WHO की ओर से कहा गया कि भारत में करोड़ों लोग रहते हैं ऐसे में जरूरी है कि लोग इसके खिलाफ गंभीरता से लड़ाई लड़ें. भारत ने पहले भी पोलियो जैसी बीमारी को खत्म किया है, ऐसे में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भी भारत का अहम किरदार है.