कोरोना से निपटने के लिए सरकार ने अब तैयारी शुरू कर दी है. कोरोना के नए-नए वैरिएंट्स सामने आ रहे हैं, इनकी निगरानी के लिए देश में 17 नई लैब खोली जाएंगी. अभी सिर्फ 10 लैब ही हैं. इसके अलावा हर दिन 45 लाख टेस्टिंग करने की तैयारी भी की जा रही है.
देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर भले ही अब थोड़ी कमजोर पड़ने लगी हो, लेकिन एक्सपर्ट तीसरी लहर की चेतावनी दे चुके हैं. इसको ध्यान में रखते हुए अब सरकार ने कोरोना से निपटने की तैयारी भी शुरू कर दी है. सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने एक हाईलेवल मीटिंग की.
मीटिंग में डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि इंडियन सार्स कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्शियम (INSACOG) के नेटवर्क में 17 नई लैब खोली जाएंगी. अभी देशभर में सिर्फ 10 लैब ही हैं. लैब इसलिए खोली जाएंगी ताकि वायरस के वैरिएंट्स की निगरानी हो सके. वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि अगले हफ्ते तक कोविन में हिंदी समेत 14 स्थानीय भाषाओं का सपोर्ट भी जोड़ा जाएगा.
बैठक में मौजूद आईसीएमआर के डीजी डॉ. बलराम भार्गव ने बताया कि अभी देशभर में हर दिन करीब 25 लाख टेस्ट हो रहे हैं. जिनमें 13 लाख आरटीपीसीआर और 12 लाख एंटीजन टेस्ट शामिल हैं. टेस्टिंग कैपेसिटी को जल्द ही हर दिन 45 लाख तक बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है. इसके बाद हर दिन 18 लाख आरटीपीसीआर और 27 लाख एंटीजन टेस्ट होंगे.
वहीं, फार्मा विभाग की सचिव एस. अपर्णा ने बताया कि कोरोना के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं के प्रोडक्शन और एलोकेशन को लेकर एक अलग सेल बनाया गया है.