scorecardresearch
 

Explainer: जानिए, कोरोना का नया XE Variant कितना खतरनाक, अब तक मिल चुके हैं 600 मरीज

Coronavirus New XE Variant: कोरोना का एक और नया वैरिएंट सामने आया है. WHO के मुताबिक, यूके में इसी साल जनवरी में कोरोना का नया XE वैरिएंट सामने आया था. इसके अब तक 600 से ज्यादा मरीज सामने आ चुके हैं.

Advertisement
X
ब्रिटेन में XE वैरिएंट अब कम्युनिटी स्तर पर पहुंच गया है. (फाइल फोटो-AP/PTI)
ब्रिटेन में XE वैरिएंट अब कम्युनिटी स्तर पर पहुंच गया है. (फाइल फोटो-AP/PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • ओमिक्रॉन से ही आया है XE वैरिएंट
  • BA.1 और BA.2 से मिलकर बना XE

Coronavirus New XE Variant: क्या कोरोना एक बार फिर से डराने वाला है? वो इसलिए क्योंकि कोरोना का एक और नया वैरिएंट मिला है. इसकी पुष्टि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने की है. WHO की रिपोर्ट के मुताबिक, यूके में कोरोना का नया वैरिएंट मिला है. इसे XE नाम दिया गया है. ये वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) से भी ज्यादा संक्रामक माना जा रहा है. अभी तक Omicron को सबसे ज्यादा संक्रामक वैरिएंट माना जाता था. 

Advertisement

WHO ने बताया कि लोगों के स्वास्थ्य के लिए कोरोना अभी भी चिंता का विषय बना हुआ है. WHO ने सर्विलांस कम होने पर भी चिंता जताई है.

कहां मिला कोरोना का नया वैरिएंट?

WHO के मुताबिक, कोरोना का नया वैरिएंट XE इसी साल 19 जनवरी को यूके में मिला था. इस वैरिएंट से संक्रमित 600 से ज्यादा मरीज अब तक सामने आ चुके हैं. 

कैसे आया नया वैरिएंट?

WHO का कहना है कि नया वैरिएंट ओमिक्रॉन से ही निकला है. XE वैरिएंट ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट BA.1 और BA.2 से मिलकर बना है. 

WHO ने बताया कि शुरुआती अनुमानों में पता चला है कि XE वैरिएंट BA.2 की तुलना में 10% ज्यादा संक्रामक है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ये भी कहा कि XE वैरिएंट के लक्षण, गंभीरता और संक्रामकता देखकर यही लग रहा है कि ये ओमिक्रॉन का ही एक वैरिएंट है. हालांकि, अभी इसमें और रिसर्च की जा रही है.

Advertisement

ये भी पढ़ें-- कई देशों में टेंशन बढ़ा सकते हैं कोरोना के हाइब्रिड वैरिएंट, WHO ने इस बड़े खतरे को लेकर चेताया

कितना खतरनाक है XE वैरिएंट?

ब्रिटेन की हेल्थ और सिक्योरिटी एजेंसी (UKHSA) का मानना है कि XE वैरिएंट ओमिक्रॉन के BA.2 के मुकाबले ज्यादा संक्रामक हो सकता है. BA.2 से ही ब्रिटेन में कोरोना की नई लहर आई थी. भारत में भी तीसरी लहर के पीछे BA.2 को जिम्मेदार माना गया था.

XE दो अलग-अलग वैरिएंट से मिलकर बना है. UKHSA के चीफ मेडिकल एडवाइजर प्रोफेसर सुसैन हॉप्किन्स का कहना है कि रिकॉम्बिनेंट वैरिएंट कोई नई बात नहीं है, खासतौर पर तब जब कई सारे वैरिएंट सामने आ चुके हैं.

उन्होंने कहा कि अभी तक इस वैरिएंट की संक्रामकता और गंभीरता को लेकर ज्यादा सबूत नहीं मिले हैं. इसके अलावा इस वैरिएंट पर वैक्सीन कितनी असरदार है, इस बारे में भी अभी कुछ कहना मुश्किल है. UKHSA का कहना है कि इंग्लैंड में XE वैरिएंट अब कम्युनिटी स्तर पर पहुंच गया है.

 

Advertisement
Advertisement