इस एडवाइजरी में 6 महीने, एक साल, तीन साल के आधार पर रणनीति तैयार करने को कहा गया है कि किस तरह अब इसे लागू करना होगा. इस एडवाइजरी की बड़ी बातें इस प्रकार हैं...
• पांच किमी. से कम की यात्रा में नॉन मोटर वाले ट्रांसपोर्ट (NMT) को बढ़ावा दें.
• पब्लिक ट्रांसपोर्ट मिडिल क्लास के लिए जरूरी है, ऐसे में अभी जो कुछ खोला गया है वहां सैनिटाइजेशन और कोविड के नियमों का पालन करें.
• कैश का उपयोग कम करें, डिजिटल पेमेंट पर जोर दें.
• लॉकडाउन के बीच 90 फीसदी तक पब्लिक ट्रांसपोर्ट में कमी आई है.
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• दुनिया के कई देशों ने NMT, डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा दिया है. इससे लोगों को बाहर निकलने में मदद मिलेगी.
• अब लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट को कम इस्तेमाल करेंगे और अपने वाहन से सफर करना चाहेंगे.
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• कोरोना काल के बाद अब ग्रीन ट्रांसपोर्ट की ओर बढ़ना होगा, ताकि किसी तरह का संकट ना फैले.
गौरतलब है कि अभी देश में जिन राज्यों में बसों को चलाने की मंजूरी दी गई है. वहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा गया है. बसों में सवारी भी आम दिनों से काफी कम है. हालांकि, ये भी देखने को मिला है कि अभी लोग सफर करने से बच रहे हैं मजबूरी में ही किसी वाहन में सफर कर रहे हैं.