कोरोना पर नियंत्रण के लिए राजस्थान, गुजरात की तरह महाराष्ट्र में नाइट कर्फ्यू लगेगा या नहीं, ये तय होना बाकी है. हालांकि इस पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पास लगातार सुझाव आ रहे हैं. रविवार को सीएम उद्धव ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ लोग मुझे रात के कर्फ्यू का सुझाव दे रहे हैं, लेकिन मुझे लगता है कि हर चीज के लिए ऑर्डर की जरूरत नहीं होती. यदि आवश्यक न हो तो बाहर जाने से बचें. अगर महाराष्ट्र ने कुछ करने की ठान ली तो हम उसे पूरा करते हैं. इसलिए मैं आप से अपील कर रहा हूं, भीड़ से बचें, जरूरत पड़ने पर ही बाहर जाएं और मास्क जरूर लगाएं.
सीएम उद्धव ने कहा कि अतीत में हमने सावधानी के साथ अपने सभी त्योहार मनाए. आप सभी मेरा सहयोग कर रहे हैं. दिवाली मनाते हुए भी मैंने आपसे पटाखे न फोड़ने का अनुरोध किया और आपने इसका पालन किया. लेकिन मैं आप सभी से थोड़ा नाराज हूं. मैंने पहले ही कहा था कि दिवाली के बाद भीड़भाड़ होगी. मत सोचिए कि कोविड खत्म हो गया है. मैंने कई लोगों को मास्क पहने नहीं देखा है. इतना लापरवाह मत बनिए.
सीएम ने कहा कि हमारे पास पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं हैं, लेकिन जो लोग 8 महीने से इस काम में लगे हैं, उन पर भी दबाव कम करना चाहिए. वैक्सीन अभी हमारे हाथ में नहीं है. महाराष्ट्र में 12 करोड़ लोग हैं, इसकी दो डोज चाहिए यानी 24 करोड़ डोज. इसे लोगों तक पहुंचाने में कितना वक्त लगेगा, ये स्पष्ट नहीं है. फिलहाल इसका समाधान सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनना है.
सीएम ने कहा कि कोरोना के संकट काल में राजनीति नहीं होनी चाहिए. जो कहते हैं कि ये खोलें, वो खोलें क्या आप जिम्मेदारी लेंगे? हमारे स्वास्थ्य कर्मचारी संक्रमित हो जाते हैं, तो कोई भी हमें नहीं बचा सकता है. अभी ऐसा नहीं है लेकिन हमें अभी भी बहुत सावधान रहना होगा.