अमेरिका, भारत समेत दुनिया के तमाम देशों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इसी बीच कोरोना वायरस को लेकर एक और नई चौंकाने वाली स्टडी सामने आई है. इस स्टडी के मुताबिक, ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट BA.4 और BA.5 पर एंटीबॉडी भी बेअसर नजर आ रही है. यह बात हार्वर्ड मेडिकल के बेथ इजराइल डेकोनेस मेडिकल सेंटर की रिसर्च में सामने आई है.
यह रिसर्च दो युवकों पर की गई. जो पहले कोरोना से संक्रमित हो चुके थे और कोरोना की दोनों डोज और बूस्टर भी ले चुके थे. रिसर्च में सामने आया है कि ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट BA.4 और BA.5 पर एंटीबॉडी बेअसर दिखी. हालांकि, कोरोना वैक्सीन गंभीर बीमारी के खिलाफ पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करती दिख रही है. इसके अलावा वैक्सीन बनाने वाली कंपनियां अपडेट्स शॉट्स पर काम कर रहे हैं, ताकि कोरोना के नए वैरिएंट के खिलाफ मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया प्राप्त हो सके.
न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में बुधवार को प्रकाशित रिसर्च के मुताबिक, पहले कोरोना संक्रमित होने या वैक्सीनेशन से बनी एंटीबॉडी को बेअसर करने की क्षमता कोरोना वायरस की तुलना में BA.4 और BA.5 में कई गुना कम है.
रिसर्च के मुताबिक, BA1 और BA2 की तुलना में BA4 और BA5 में एंटीबॉडी को बेअसर करने में 3 गुना कम क्षमता है. यह कोरोना के मूल वैरिएंट की तुलना में काफी कम है. इसके अलावा रिसर्च में कहा गया है कि ओमिक्रॉन के नए वैरिएंट से कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका है. हालांकि, वैक्सीन से मिलने वाली इम्युनिटी BA4 और BA5 से रक्षा करने में सक्षम है.
हाल ही में कोलंबिया यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च में सामने आया है कि BA.4 और BA.5 वैरिएंट अन्य ओमाइक्रोन सबवैरिएंट की तुलना में एंटीबॉडी से बचने की अधिक संभावना रखते थे. इस रिसर्च के मुताबिक, इस वैरिएंट से पूर्व में संक्रमित हुए लोगों के दोबारा संक्रमित दोनों की ज्यादा संभावना है.
अमेरिका में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं. यहां बताया जा रहा है कि नए केसों में 35% केस BA.4 और BA.5 वैरिएंट की वजह से सामने आ रहे हैं. इससे पहले हफ्ते में 29% केस BA.4 और BA.5 वैरिएंट की वजह से मिले थे.