Omicron in US: कोरोना का नया ओमिक्रॉन वैरिएंट दुनियाभर में तेजी से फैल रहा है. अमेरिका में तो हालात ये हो गए हैं कि वहां आने वाले नए कोरोना मरीजों में से 73% ओमिक्रॉन संक्रमित है. सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल ने इसकी जानकारी दी है. सीडीसी ने बताया कि अमेरिका ने महज एक हफ्ते में ही ओमिक्रॉन के मामलों में 6 गुना बढ़ोतरी हुई है.
सीडीसी का अनुमान है कि अमेरिका के कई हिस्सों में ये आंकड़ा और भी ज्यादा है. न्यूयॉर्क में 90 फीसदी नए मामलों के पीछे ओमिक्रॉन वैरिएंट ही है. सीडीसी डायरेक्टर डॉ. रॉशेल वैलेंस्की का कहना है कि ये आंकड़ा ज्यादा है, लेकिन इसमें हैरानी वाली कोई बात नहीं है.
इसी बीच अमेरिका में ओमिक्रॉन से पहली मौत होने की खबर भी है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने बताया है कि अमेरिका में एक कोरोना मरीज की मौत हुई है जिसकी वजह ओमिक्रॉन संक्रमण को ही माना जा रहा है. हालांकि, आधिकारिक तौर पर अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है.
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ओमिक्रॉन वैरिएंट कितना गंभीर है? इस पर वैक्सीन असरदार है या नहीं? ऐसी बातें अभी तक पता नहीं चल सकी हैं. हालांकि, शुरुआती स्टडी में ये बात सामने आई है कि जो लोग वैक्सीनेटेड हो चुके हैं, उन्हें बूस्टर डोज लगाकर इस संक्रमण से बचाया जा सकता है. यही वजह है कि दुनियाभर में अब बूस्टर डोज को लेकर बहस छिड़ गई है और कई देशों में बूस्टर डोज दी जा रही है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने भी ट्वीट कर कहा कि ओमिक्रॉन संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है. उन्होंने लोगों से वैक्सीन लगवाने, बूस्टर डोज लगवाने की अपील की है.
दक्षिण अफ्रीका में पिछले महीने ओमिक्रॉन वैरिएंट को लेकर चेताया था. इसके बाद 26 नवंबर को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे 'वैरिएंट ऑफ कंसर्न' यानी 'चिंताजनक' बताया था. उसके बाद से ओमिक्रॉन वैरिएंट 90 देशों में फैल चुका है.