तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, 'जैसा हमने सोचा था, आईसीएमटी का पश्चिम बंगाल दौरा बेमतलब रहा. जिन इलाकों में कोई हॉटस्पॉट नहीं है, ऐसे इलाकों में दौरा, राज्य सरकार के ऑडिट कमेटी का गठन करना, जो अप्रैल के शुरुआत में ही हो चुका था.
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डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि सरकार का असली मकसद पॉलिटिकल वायरस फैलाना था. यह काम वे बेशर्मी के साथ कर रहे हैं, खुले तौर पर कर रहे हैं. आप क्या मानते हैं, इसका चुनाव करें. डेरेक ने आईएमसीटी की फुलफॉर्म भी दी है. आईएमसीटी को डेरेक ने आई मस्ट काज ट्रबल (इन बंगाल) बताया है.
गृह मंत्रालय ने लगाया है असहयोग का आरोप
इंटर मिनिस्ट्रियल टीमों के साथ असहयोग करने का आरोप केंद्र सरकार ने ममता बनर्जी सरकार पर लगाया है. गृह मंत्रालय के अधिकारी कह चुके हैं कि केंद्र की टीम को राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों से मुलाकात करने नहीं दी जा रही है.
टीम भेजने की प्रक्रिया पर उठे सवाल
कोरोना संकट पर केंद्र सरकार की ओर से पश्चिम बंगाल में केंद्रीय टीम को भेजने के लिए अपनाई गई प्रक्रिया पर ममता बनर्जी सरकार पहले भी सवाल उठा चुकी है. इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिख कर दौरे पर ऐतराज भी जताया था.
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पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने केंद्र के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा था कि केंद्र सरकार की टीम कैसे कोलकाता में लैंड कर सकती है जबकि हमें सिर्फ 15 मिनट पहले ही इस संबंध में सूचना दी गई हो.