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Corona की थमती नहीं दिख रही लहर... अमेरिका-ऑस्ट्रेलिया के अस्पतालों में बुरा हाल, रूस में दोगुने हुए केस

कोरोना (covid 19 coronavirus cases) की लहर अभी थमती नहीं दिख रही है. ओमिक्रॉन वैरिएंट की वजह से अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और रूस का बुरा हाल है.

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कोविड का कहर अभी थमा नहीं है (फोटो - पीटीआई)
कोविड का कहर अभी थमा नहीं है (फोटो - पीटीआई)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • भारत में तीन दिनों से कम हो रहे कोरोना केस
  • ओमिक्रॉन की वजह से कई देशों का बुरा हाल

भारत में कोरोना के केस पिछले (Covid cases in India) कुछ दिनों से भले कम हो रहे हों, लेकिन इससे लापरवाह नहीं होना चाहिए. इसकी वजह दूसरे देशों के ताजा हालात हैं. अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और रूस तीनों की स्थिति इस वक्त कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की वजह से खराब है. अमेरिका-ऑस्ट्रेलिया में हॉस्पिटल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है, मतलब ओमिक्रॉन सिर्फ हल्के लक्षण वाला वैरिएंट नहीं है, जैसा इसको अबतक माना जा रहा है. रूस में भी केस तेजी से बढ़ रहे हैं.

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सबसे पहले बात करते हैं अमेरिका की. वहां कोविड केसों का आंकड़ा 66 मिलियन (66,375,579) के पार पहुंच चुका है. इसके अलावा अबतक 8 लाख 51 हजार से ज्यादा लोग कोविड की वजह से जान गंवा चुके हैं. पिछले दो हफ्तों में अमेरिका में हॉस्पिटल में भर्ती कोरोना मरीजों की संख्या में 80 फीसदी का उछाल आया है.

रूस में दोगुने हुए केस

रूस में भी कोरोना के केसों में उछाल देखने को मिला है. यह ओमिक्रॉन की वजह से ही बताया जा रहा है. 17 जनवरी को वहां 30 हजार से ज्यादा कोरोना मरीज मिले थे. दिसंबर की शुरुआत के बाद यह एक दिन में आए सबसे ज्यादा मरीज हैं. पिछले हफ्ते एक दिन में रूस में 15 हजार तक मरीज मिल रहे थे. संक्रमित मरीजों के साथ-साथ मौतों का आंकड़ा भी टेंशन बढ़ा रहा है. वहां एक दिन में 670 लोगों ने कोरोना से जान गंवाई है.

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ओमिक्रॉन संकट के बीच रूस में टीकाकरण अभियान तेज किया जा रहा है. अभी वहां 146 मिलियन की आबादी में से 50 फीसदी लोगों को ही कोरोना टीके की पूरी खुराक लगी है. जबकि रूस ने सबसे पहले कोरोना वैक्सीन (स्पूतनिक) बनाई थी और अपने लोगों को लगाना शुरू की थी.

ऑस्ट्रेलिया की स्थिति भी डराने वाली

ऑस्ट्रेलिया के लिए मंगलवार एक भयानक दिन था. इस दिन हॉस्पिटल में भर्ती होने वालों की संख्या में रिकॉर्ड तेजी दर्ज की गई. साथ ही वहां 74 लोगों ने कोरोना की वजह से जान भी गंवाई. यह पिछले रिकॉर्ड आंकड़े (57 मौत) से ज्यादा था. वहां हॉस्पिटलों का इतना बुरा हाल है कि 'code brown' लागू कर दिया गया है. इसमें हॉस्पिटल को यह शक्ति प्राप्त होती है कि वह गैर जरूरी हेल्थ सर्विस, स्टाफ की छुट्टियां कैंसल कर दे. फिर इनका इस्तेमाल आपातकालीन समस्या जैसे कोविड के लिए किया जाता है.

चिंता की बात यह है कि वहां युवाओं को भी हॉस्पिटल में भर्ती करने की नौबत आ रही है. इसमें ज्यादातर वैक्सीन ना लगवाने वाले हैं. मंगलवार को न्यू साउथ वेल्स, विक्टोरिया, क्वींसलैंड और तस्मानिया में 67 हजार से ज्यादा कोरोना केस मिले थे.

 

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