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Omicron in India: हंगामा है क्यों बरपा, जब ओमिक्रॉन 'माइल्ड' और 'वायरल फीवर' है!

Covid-19 cases in India: कहा जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर (Corona third wave) आ गई है. कोरोना के केस बढ़ने लगे हैं. भारत में हर रोज कोरोना संक्रमितों की संख्या में बड़ा उछाल आ रहा है. लेकिन असल चर्चा ओमिक्रॉन (omicron) को लेकर है. 

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कोरोना अस्पताल और पाबंदियों के चलते खाली एक मंदिर परिसर
कोरोना अस्पताल और पाबंदियों के चलते खाली एक मंदिर परिसर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • यूपी के सीएम ने ओमिक्रॉन को 'वायरल फीवर' जैसा बताया
  • केजरीवाल बोले- इस बार कोरोना बहुत माइल्ड, चिंता की बात नहीं
  • ओमिक्रॉन को लेकर कई राज्यों में पाबंदियां लागू हैं

भारत में कोरोना की तीसरी लहर (Corona Third wave) आ गई है. केस तेजी से बढ़ रहे हैं. हर रोज संक्रमितों (corona cases in India) की संख्या में बड़ा उछाल आ रहा है. लेकिन असल चर्चा ओमिक्रॉन को लेकर है. 

ओमिक्रॉन को अधिक संक्रामक बताया जा रहा है और इसी के मद्देनजर कई राज्यों में ऐहतियातन पाबंदियां लागू कर दी गई हैं. स्कूल-कॉलेज, जिम, सिनेमा हॉल समेत कई चीजें बंद हैं. नाइट कर्फ्यू भी लागू है.

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दूसरी तरफ चुनावी राज्यों में भरपूर भीड़ वाली रैलियां हो रही हैं. सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या रैलियों में कोरोना नहीं फैलता है. इस बीच यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ओमिक्रॉन को 'वायरल फीवर' जैसा बताया है तो दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल कह रहे हैं इस बार कोरोना बहुत माइल्ड है.

वहीं, डॉक्टरों का ये भी कहना है कि ओमिक्रॉन के मरीजों को न ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत पड़ रही है, न ही आईसीयू की. यानी वो सामान्य हालात में ही ठीक हो रहे हैं.

ये खुशी की बात है कि ओमिक्रॉन संक्रमित आसानी से रिकवर हो रहे हैं, लेकिन जब ओमिक्रॉन वायरल बुखार जैसा या बहुत हल्का संक्रमण है तो देशभर के राज्यों में ओमिक्रॉन का खतरा बताकर अलग-अलग किस्म की पाबंदियां लागू करने के कदम क्यों उठाए जा रहे हैं. वो भी तब जबकि देश में  90 फीसदी एलिजिबल लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है, जबकि 65 फीसदी लोगों को दूसरी डोज लग चुकी है. 3 जनवरी से 15-18 साल के बच्चों को भी कोरोना वैक्सीन दी जाने लगी है.
 
ओमिक्रॉन एक वायरल फीवर है-योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदत्यनाथ ने 3 जनवरी को लखनऊ में कहा, ''ये सच है कि ओमिक्रॉन का तीव्र संक्रमण है. लेकिन ये भी सच है कि सेकंड वेव की तुलना में ओमिक्रॉन काफी कमजोर है. ये मात्र एक सामान्य वायरल फीवर है. सतर्कता और सावधानी किसी भी बीमारी में आवश्यक होती है, इस बीमारी में भी आवश्यक है लेकिन घबराने की आवश्यकता नहीं है.''

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यानी सीएम योगी ने ओमिक्रॉन को वायरल फीवर की तरह बताया. उन्होंने स्थिति को समझाने के लिए ये भी कहा कि मार्च-अप्रैल (2021) में जो लोग संक्रमित होते थे उन्हें रिकवर होने में भी 20-25 दिन लग जाते थे और पोस्ट कोविड परेशानियां भी होती थीं, लेकिन ओमिक्रॉन को लेकर ऐसी स्थिति नहीं  है. वायरस अब कमजोर पड़ चुका है. 

सीएम योगी ने बताया कि यूपी में ओमिक्रॉन के अब तक 8 मामले आए हैं, जिनमें से तीन ठीक हो चुके हैं और 5 होम आइसोलेशन में हैं. 
पाबंदी: यूपी में नाइट कर्फ्यू लागू है.

चिंता की जरूरत नहीं- केजरीवाल 

दिल्ली में डेली कोरोना मरीजों की संख्या 4 हजार को भी क्रॉस कर गई है और पॉजिटिवी रेट भी 6 परसेंट से ज्यादा हो गया है. सरकार का कहना है कि जितने कोरोना केस आ रहे हैं, उनमें ज्यादातर ओमिक्रॉन वाले हैं. हालांकि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का कहना है कि इस वक्त कोरोना बहुत माइल्ड है, चिंता की जरूरत नहीं है. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि अभी तक कोई ऐसा ओमिक्रॉन मरीज नहीं है, जो ऑक्सीजन या वेंटिलेटर पर हो. यानी दिल्ली सरकार के हिसाब से भी ये हल्का मामला है, और सब कंट्रोल में है. 
पांबदी: दिल्ली में येलो अलर्ट लागू है. जिम, सिनेमा बंद है. शादी-समारोह में लिमिट है. ऑफिस 50 परसेंट लोगों के साथ चल रहे हैं. बस और मेट्रो में भी लोगों की लिमिट है. स्कूल बंद हैं. नाइट कर्फ्यू लागू है. बड़े पैमाने पर चालान काटे जा रहे हैं. कुछ बाजार भी बंद किए गए हैं.

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मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि फिलहाल ओमीक्रान, डेल्टा जितना खतरनाक नहीं है, भविष्य का नहीं कहा जा सकता. अस्पताल की व्यवस्थाओं से मैं संतुष्ट हूं. संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर अस्पतालों को चुस्त-दुरुस्त किया जा रहा है, हमें सतर्क रहना होगा. यानी एमपी सरकार के हिसाब से भी कोरोना का खतरा नहीं है.
पाबंदी: मध्य प्रदेश उन राज्यों में है जहां ओमिक्रॉन के मद्देनजर सबसे पहले नाइट कर्फ्यू लागू किया गया था. 

'महाराष्ट्र में लॉकडाउन पर अभी विचार नहीं'

महाराष्ट्र वो राज्य है जहां ओमिक्रॉन के केस सबसे ज्यादा आए हैं. कोरोना की दूसरी लहर में भी राज्य में बड़ा असर देखने को मिला था. यहां सोशल गैदरिंग पर पाबंदियां लागू की गई हैं. बॉलीवुड स्टार्स से लेकर नेताओं तक, हर कोई कोरोना से संक्रमित हो रहा है. लेकिन अस्पतालों के हालात अभी सामान्य हैं. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि अभी लॉकडाउन जैसी स्टेज नहीं आई है, अगर ऐसा होता है तो इस पर विचार किया जाएगा.
पाबंदी: यहां भी नाइट कर्फ्यू लगााया गया है. धारा 144 भी लागू है. रेस्त्रां, जिम, सिनेमा हॉल्स को 50 प्रतिशत कैपेसिटी के साथ खोलने की इजाजत है.

राजस्थान

राजस्थान के मुख्यमंत्री लगातार कोरोना पर बैठकें कर रहे हैं. रविवार को भी उन्होंने एक बैठक की और कहा कि ओमिक्रॉन 125 से ज्यादा देशों में फैल चुका है और विशेषज्ञों के मुताबिक, ये वैरिएंट बहुत ही तेजी से फैलने वाला है. लिहाजा, तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर लोगों से अपील है कि वे कोविड प्रोटोकॉल की पालन आवश्यक रूप से करें.
पाबंदी: धरने प्रदर्शन, राजनैतिक रैलियों, मेलों और शादियों में लोगों की संख्या घटाकर 100 कर दी गई है. जयपुर में 1-8 तक  के स्कूल बंद कर दिए गए हैं. विदेश से आने वालों की RT-PCR रिपोर्ट नेगेटिव होना जरूरी है. नाइट कर्फ्यू भी लागू है.

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कोविड नियमों का उल्लंघन करने पर सख्ती- खट्टर

हरियाणा में भी ओमिक्रॉन के मद्देनजर पाबंदियां लागू हैं. राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का कहना है, ''तीसरी लहर बहुत तेजी से बढ़ रही है. सावधानी बरतने की आवश्यकता है. हमने नई गाइडलाइंस तय की हैं. बाजार 5 बजे के बाद नहीं खोल पाएंगे. ऑफिस 50 प्रतिशत हाजिरी के साथ खोले जा सकते हैं. जो लोग या संस्थाएं नियमों का उल्लंघन करेंगे उनका भी चालान किया जाएगा.''
पाबंदी: नाइट कर्फ्यू भी लागू है. स्कूल बंद हैं. 

इन राज्यों में भी सख्ती 

-गोवा में 26 जनवरी तक स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं.
-कर्नाटक में नाइट कर्फ्यू लागू है. कर्नाटक के मुख्यमंत्री का कहना है कि ओमिक्रॉन बहुत तेजी से फैल रहा है. 
-पश्चिम बंगाल में सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं. ऑफिस में 50 फीसदी लोग काम कर सकेंगे. दिल्ली-मुंबई से आने वाले फ्लाइट भी पाबंदियां लगाई गई हैं. फ्लाइट की संख्या घटा दी गई है.
-मिजोरम में नाइट कर्फ्यू है. 
-ओडिशा में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है. 
-उत्तराखंड में भी नाइट कर्फ्यू लगाया गया है.

पंजाब से भी ओमिक्रॉन के केस आ रहे हैं. लेकिन वहां की सरकार का कहना है कि अभी नाइट कर्फ्यू की भी जरूरत नहीं है. 

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विशेषज्ञों का क्या कहना है?

एम्स के महामारी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर संजय राय ने कहा है कि जो डेटा आ रहा है, उसके अनुसार राहत देने वाली बात ये है कि ओमिक्रॉन, डेल्टा वैरिएंट की तुलना में माइल्ड है.
दिल्ली के LNJP अस्पताल के MD डॉक्टर सुरेश कुमार का कहना है, ''एक भी मामले में मरीज को आईसीयू, ऑक्सीजन की जरूरत नहीं पड़ी है, रूम ऑक्सीजन पर ही मेंटेन कर रहे थे, सभी मरीज सामान्य थे, सभी ठीक हो चुके हैं.'' 

दिल्ली के ही सर गंगाराम अस्पताल के डॉक्टर धीरेन गुप्ता का कहना है, ''ओमिक्रॉन पुराने वैरिएंट की तुलना में ऊपरी श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है. ओमिक्रॉन में खांसी, जुकाम जैसे लक्षण होते हैं. ओमिक्रॉन सांस के रास्तों को बहुत अधिक प्रभावित करता है.''

WHO का क्या कहना है?

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के चीफ ने कहा है कि डेल्टा और ओमिक्रॉन वैरिएंट कोरोना की 'सुनामी' ला रहे हैं. उन्होंने कहा कि अभी भी उम्मीद है कि 2022 में दुनिया सबसे खराब महामारी को पीछे छोड़ देगी. संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी के शीर्ष अधिकारियों ने आगाह किया कि अभी शुरुआती आंकड़ों से आश्वस्त होना जल्दबाजी होगी कि ओमिक्रॉन मामूली है. बता दें कि WHO ने ओमिक्रॉन को वैरिएंट ऑफ कंसर्न भी घोषित किया है.

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लेकिन भारत में ओमिक्रॉन को लेकर ऐसी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं है. पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा था, ''कई देशों में ओमिक्रॉन का खतरा सामने आया है, भारत में लोग इससे संक्रमित पाए जा रहे हैं, मैं सभी से अपील करता हूं कि पैनिक न करें, सावधानी बरतें, मास्क का इस्तेमाल करें.''

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी WHO का हवाला देते हुए ही, एहतियात बरतने और वैक्सीन लेने की सलाह दी है. 

अब सीएम योगी ने इसे वायरल फीवर जैसा बताया है तो केजरीवाल भी बहुत माइल्ड बता रहे हैं. भारत के विशेषज्ञ भी ज्यादा चिंतित नजर नहीं आ रहे हैं. 

लेकिन इन तथ्यों से परे ग्राउंड पर माहौल चिंता का जरूर है. कारोबार पर फिर असर पड़ा है. दुकानें बंद की गई हैं. बाहर घूमने पर पाबंदियां हैं. शादियों पर पाबंदियां हैं. जिम बंद हैं. स्कूल बंद हैं. सार्वजनिक वाहनों पर पाबंदियां हैं. ऑफिसों पर पाबंदिया हैं. अस्पतालों में भले ही हालात सामान्य हों, लेकिन समाज में ओमिक्रॉन के चलते लगाई गईं पाबंदियों का असर जरूर है.


 

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