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Covid in Delhi: दिल्ली के LNJP अस्पताल ने कोरोना के नए वेरिएंट पर स्टडी शुरू की, अगले हफ्ते रिपोर्ट

एलएनजेपी अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर ने अस्पताल में कोरोना मरीजों और मंकीपॉक्स के मरीजों को लेकर आंकड़ा जारी किया है. आंकड़े के अनुसार मंकीपॉक्स के मरीजों का स्वास्थ्य बेहतर हो रहा है. बुखार रिपीट नहीं हो रहा और स्किन की समस्या में भी आराम है. वहीं कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट भी बेहतर है लेकिन कोरोना संक्रमण दर बढ़ रही है.

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LNJP अस्पताल ( फाइल फोटो )
LNJP अस्पताल ( फाइल फोटो )
स्टोरी हाइलाइट्स
  • मंकीपॉक्स के मरीजों का स्वास्थ्य पहले से बेहतर
  • LNJP में हर रोज भर्ती हो रहे 10-15 कोरोना के मरीज

दिल्ली में कोरोना के मामले ( Covid Cases in Delhi) में इजाफा देखने को मिल रहा है. पॉजिटिविटी रेट बढ़ने से कोरोना मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है. बीते कुछ दिनों से हर रोज 2 हजार से ज्यादा करोना केस सामने आ रहे हैं. पॉजिटिविटी रेट 13 प्रतिशत के करीब पहुंच गई है जो चिंता का विषय बनी हुई है. हालांकि, रिकवरी रेट बेहतर बना हुआ है.

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बता दें, शुक्रवार को कोरोना से 2 लोगों की जान गई थी. देश की राजधानी दिल्ली के ताजे आकड़ों के मुताबिक कुल कोरोना मामलों की संख्या 19 लाख 64 हजार 793 हो गई है. कुल मौत की संख्या 26 हजार 327 हो गई है. 

एलएनजेपी (LNJP) के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार ( Dr. Suresh Kumar ) ने बताया है कि एलएनजेपी में हर रोज कोविड के 14-15 मरीज भर्ती हो रहे हैं. अभी कोविड के कुल 51 मरीज भर्ती हैं. जिनमें एक मरीज गंभीर बना हुआ है. हालांकि, बीते 24 घंटे में अस्पताल में कोविड से एक भी डेथ नहीं हुई है. रिकवरी रेट अच्छी है लेकिन संक्रमण दर 10 प्रतिशत से ज्यादा है जो चिंता का विषय है.

जहां तक ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान लागू करने की बात है तो उसमें पॉजिटिविटी के साथ-साथ हॉस्पिटलाइजेशन भी आधार होता है.  प्रतिदिन 500 बेड ऑक्यूपाइड होना उसमें पैमाना होता है. पॉजिटिविटी दर 10 फीसदी से ऊपर है, लेकिन हॉस्पिटलाइजेशन बहुत कम है. सिर्फ 4.5 फीसदी ही बेड्स भरे हुए हैं 96 प्रतिशत बेड्स खाली हैं.

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डॉ. सुरेश कुमार के मुताबिक केसेज बढ़ रहे हैं क्योंकि कोरोना में म्यूटेशन बहुत ज्यादा होता है. जब भी कोई नया वेरिएंट आता है  तो वैक्सीनेटेड पॉपुलेशन को भी ओवरकम करता है. एंटीबॉडी में भी इंफेक्शन करता है. लेकिन ज्यादातर माइल्ड इंफेक्शन होते हैं और ज्यादातर पेशेंट को भर्ती होने की जरूरत नहीं होती है. उनका ऑक्सीजन लेवल कम नहीं होता है. अभी जो मरीज भर्ती हैं उनमें एक मरीज ऐसा भी है जो बूस्टर डोज भी ले चुका है.

नए मामलों पर कर रहे हैं स्टडी

कोरोना के नए केसेज आ रहे हैं उसमें वायरस के म्यूटेंट केसेज भी हैं. बीए-4 और बीए-5 के मामले आए हैं जिनपर हम स्टडी कर रहे हैं. जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए 100 से अधिक सैंपल प्रोसेस में हैं. अगले हफ्ते उसकी रिपोर्ट आएगी तो पता चलेगा कि यह नया वेरिएंट है या नहीं. 

ज्यादातर को-मॉर्बिड केस

LNJP में 450 बेड्स कोरोना के लिए रिजर्व हैं. अभी जो पॉजीटिव केसेज एडमिट हैं उनमें से ज्यादातर को-मॉर्बिड हैं. जिन्हें पहले से कैंसर, टीवी या अन्य बीमारियां हैं. जो मरीज वेंटिलेटर पर है उसे टीवी है और निमोनिया भी है.

मंकीपॉक्स की यह है स्थिति

डॉ. कुमार ने बाताय मंकीपॉक्स के LNJP में तीन पॉजिटिव मरीज भर्ती हैं. तीनों ही अफ्रीकी मूल के जो अभी रिकवर हो रहे हैं. उनका फीवर ठीक हो रहा है और स्कीन प्रॉब्लम भी धीरे धीरे कम हो रही है. इसके अलावा अभी कोई सस्पेक्ट केस नहीं है.  जो पहला मरीज था उसे हम ठीक करके डिस्चार्ज कर चुके हैं.
 

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