कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की बढ़ती दहशत के बीच एक राहत भरी खबर आई है. DCGI ने Covaxin की बच्चों को दी जाने वैक्सीन को मंजूरी दे दी है. 12 से 18 साल के बच्चे को ये वैक्सीन आपातकाल स्थिति में दी जा सकेगी.
हालांकि डीजीसीआई ने भले ही 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों को वैक्सीन की मंजूरी दे दी हो, लेकिन मोदी सरकार ने अभी 15 साल से ऊपर के बच्चों को ही वैक्सीन डोज देने का फैसला किया है.
देश में बच्चों की वैक्सीन को मंजूरी
ये फैसला उस समय लिया गया है जब देश में ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जब तमाम एक्सपर्ट बच्चों के टीकाकरण पर जोर दे रहे हैं. अब कब से बच्चों को वैक्सीन लगनी शुरू हो जाएगी, ये स्पष्ट नहीं है लेकिन जल्द ही इसको लेकर भी फैसला हो जाएगा.
दुनिया के बाकी देशों में बच्चों के टीकाकरण का काम काफी पहले ही शुरू किया जा चुका है. क्या अमेरिका क्या ब्रिटेन, हर देश ने समय से पहले ही इस आबादी को भी वैक्सीन दे दी थी. लेकिन भारत में पहले बड़ों को वैक्सीन की दोनों डोज देने पर जोर दिया जा रहा था. भारत सरकार की संस्था भी बच्चों के टीकाकरण को अभी ज्यादा प्राथमिकता नहीं दे रही थी. लेकिन अब DCGI ने Covaxin की बच्चों को दी जाने वैक्सीन को मंजूरी दे दी है. जोर देकर कहा गया है कि सिर्फ 12 साल से ऊपर की उम्र वाले बच्चों को ही कोवैक्सीन दी जाएगी. ऐसे में 12 से कम उम्र वाले बच्चों को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है.
भारत बायोटेक को मिलेगा ऑर्डर
जानकारी मिली है कि केंद्र सरकार द्वारा भारत बायोटेक को बच्चों की वैक्सीन के लिए ऑर्डर दिया जाएगा. लेकिन कितने चरणों में और किसे पहले किसे बाद में, इन पहलुओं पर अभी तक सरकार ने फैसला नहीं लिया है. ऐसे में केंद्र की रणनीति पर भी काफी कुछ निर्भर रहने वाला है. वैसे कोवैक्सीन से पहले बच्चों के लिए जायडस कैडिला वाली वैक्सीन पर भी मंथन हुआ है. उस वैक्सीन की तीन डोज लगना जरूरी हैं. उस वैक्सीन में सिरिंज का इस्तेमाल नहीं होता है.
लेकिन अभी के लिए सरकार ने इमरजेंसी यूज के लिए कोवैक्सीन को मंजूरी दी है. ऐसे में आने वाले दिनों में 12 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों को भी कोरोना के खिलाफ सुरक्षा कवच मिलना शुरू हो जाएगा.