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चार राज्यों में डेल्टा प्लस वैरिएंट के केस, कितना खतरनाक, कैसे रहें सावधान, क्या कह रहे एक्सपर्ट?

कोरोना की दूसरी लहर थम चुकी है और तीसरी लहर का खतरा अभी से मंडराने लगा है. इस बार चुनौती बड़ी हो सकती है, क्योंकि चार राज्यों में डेल्टा प्लस वैरिएंट के केस मिले हैं.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • भारत में डेल्टा प्लस के 40 मरीज मिले
  • डेल्टा प्लस के कारण आ सकती है तीसरी लहर?

देश में कोरोना की दूसरी लहर थम चुकी है और तीसरी लहर का खतरा अभी से मंडराने लगा है. इस बार चुनौती बड़ी हो सकती है, क्योंकि चार राज्यों में डेल्टा प्लस वैरिएंट के केस मिले हैं. अभी तक 40 लोगों में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि हुई है. आइए जानते हैं कि डेल्टा प्लस कितना खतरनाक है और कैसे सावधान रहें-

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डेल्टा प्लस क्या है?
यह कोरोना का नया वैरिएंट है, जो डेल्टा वैरिएंट से म्यूटेट होकर बना है. डेल्टा प्लस को तकनीकी रूप से B.1.617.2.1 या AY.1 नाम दिया गया है. डेल्टा प्लस वैरिएंट की पहचान इस साल मार्च में हुई. यूरोप ने डेल्टा प्लस वैरिएंट की पहचान की थी.

अभी तक डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर ज्यादा रिसर्च सामने नहीं आया है, इस वजह से नए वैरिएंट से होने वाली बीमारी एक रहस्य बनी हुई है. डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर कम जानकारी ही पूरी दुनिया में खौफ पैदा कर रही है. धीरे-धीरे इस पर रिसर्च शुरू हो गया है. हालांकि माना जा रहा है कि डेल्टा वैरिएंट से डेल्टा प्लस वैरिएंट काफी खतरनाक है.

यह भारत के लिए क्यों मायने रखता है?
भारत में कोरोना की दूसरी लहर के लिए जिस डेल्टा वैरिएंट को जिम्मेदार माना जा रहा है, डेल्टा प्लस वैरिएंट उसका अपडेट वर्जन कहा जा सकता है. भारत में अभी दूसरी लहर थम रही है और डेल्टा प्लस के केस मिलने शुरू हो गए हैं. वैज्ञानिकों के बीच एक चिंता है कि डेल्टा प्लस वैरिएंट, डेल्टा वैरिएंट से भी अधिक तेजी से फैल सकता है.

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महाराष्ट्र से डेल्टा प्लस के 20 से अधिक मामले ऐसे समय में सामने आए हैं, जब विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि भारत में जल्द ही कोरोना की दूसरी लहर आ सकती है. डेल्टा वैरिएंट ने अप्रैल और मई के महीने में जबरदस्त तबाही मचाई थी, ठीक उसी तरह डेल्टा प्लस वैरिएंट भी आने वाले महीनों में तबाही मचा सकता है.

डेल्टा वैरिएंट क्या है?
यह वैरिएंट पहली बार दिसंबर 2020 में महाराष्ट्र में सामने आया था. इसे B.1.617.2 का नाम दिया गया था. मई में WHO ने इसे डेल्टा नाम दिया. WHO के मुताबिक अब तक करीब 75 देशों में डेल्टा वैरिएंट केस सामने आ चुके हैं. यूके जैसे देशों में डेल्टा वैरिएंट तेजी से उभरा है. अमेरिका में इस वैरिएंट के तेजी से केस आए हैं.

क्या डेल्टा वैरिएंट के कारण अलग-अलग लक्षण होते हैं?
विशेषज्ञ कह रहे हैं कि डेल्टा वैरिएंट में वह लक्षण मिल रहे हैं, जो पहले कोरोना के वैरिएंट में नहीं थे. गेवी वैक्सीन एलायंस के अनुसार, डेल्टा वैरिएंट मरीजों को बीमार बना रहा है और पिछले वेरिएंट के कारण हुए संक्रमण के मामलों की तुलना में उनकी स्थिति तेजी से बिगड़ रही है. इस वैरिएंट में सिर दर्द, गले में खराश, नाक बहना और बुखार आम है.

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क्या डेल्टा मामलों में अस्पताल में भर्ती होने की दर अधिक है?
महामारी विशेषज्ञों का मानना ​​है कि डेल्टा वैरिएंट कोविड-19 रोगियों के अस्पताल में भर्ती होने के अधिक जोखिम से जुड़ा हो सकता है. 14 जून को द लैंसेट में प्रकाशित एक स्कॉटिश अध्ययन के अनुसार, डेल्टा संस्करण में अल्फा संस्करण की तुलना में अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम लगभग दोगुना था.

क्या डेल्टा वैरिएंट टीकों से बच सकता है?
अमेरिकी डॉक्टर और महामारी विशेषज्ञ एरिक फीगल-डिंग ने डेल्टा संस्करण के खिलाफ टीकों की प्रभावकारिता के बारे में चिंता जताई. उन्होंने कहा कि एस्ट्राजेनेका का टीका, जिसे भारत में कोविशील्ड कहा जाता है, डेल्टा संस्करण के खिलाफ सबसे अच्छा 60 प्रतिशत प्रभावी हो सकता है.

अध्ययन के अनुसार, फाइजर-बायोएनटेक के टीके की प्रभावकारिता अल्फा संस्करण के मुकाबले 92 प्रतिशत से कम होकर डेल्टा संस्करण के मुकाबले 79 प्रतिशत हो जाती है. डेल्टा वैरिएंट में टीके की क्षमता सिर्फ 79 फीसदी रह गई.

क्या डेल्टा प्लस एक ही खतरा पैदा करता है?
अभी स्पष्ट वैज्ञानिक प्रमाणों का अभाव है, लेकिन जैसा कि जीव विज्ञान का नियम है, हर सफल म्यूटेंट एक वायरस को जीवित रहने के लिए अधिक सक्षम बनाता है. सीधे शब्दों में कहें तो अगर डेल्टा प्लस, डेल्टा वैरिएंट का एक सफल म्यूटेंट साबित होता है, तो यह डेल्टा संस्करण की सभी खतरनाक विशेषताओं को बरकरार रख सकता है.

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डेल्टा प्लस संक्रमण के मामलों का बारीकी से अध्ययन किया जा रहा है और ऐसे रोगियों में कोविड -19 की प्रगति को बेहतर ढंग से समझने के लिए सूक्ष्मता से दर्ज किया जा रहा है. केवल डेटा और वैज्ञानिक साक्ष्य ही एक स्पष्ट तस्वीर पेश कर सकते हैं. अभी डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर कुछ भी कहना जल्दबाजी ही होगा.

 

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