कोरोना की मार झेल रही राजधानी दिल्ली में कुछ राहत देखने को मिल रही है. एक ओर नए केसों की संख्या में कुछ हदतक कमी आई है, तो दूसरी ओर अब 18 साल से अधिक उम्र वालों का वैक्सीनेशन शुरू हो गया है. इस बीच दिल्ली के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन का संकट बना हुआ है, आर्मी बेस अस्पताल में भी ऑक्सीजन की सप्लाई की दिक्कत है.
ऑक्सीजन की किल्लत के बीच दो ऑक्सीजन एक्सप्रेस दिल्ली के लिए रवाना हो चुकी हैं. इनमें 244 मीट्रिक टन ऑक्सीजन है. ये ट्रेनें बुधवार तक दिल्ली पहुंच जाएंगी. इनके आते ही दिल्ली में 24 घंटे के भीतर 450 मीट्रिक टन से ज्यादा की ऑक्सीजन सप्लाई हो जाएगी.
किल्लत पर स्टेटस रिपोर्ट देगी दिल्ली सरकार
राजधानी में ऑक्सीजन की किल्लत के बीच दिल्ली सरकार पहली बार ऑक्सीजन की स्तिथि पर स्टेटस रिपोर्ट जारी की. दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने बताया कि दिल्ली सरकार को 3 मई को 433 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिली. पिछले 7 दिनों में औसतन 393 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिली. उन्होंने बताया कि 3 मई को 41 अस्पतालों ने दिल्ली सरकार के सामने SOS जारी किया. इन 41 असप्तालों में 7142 ऑक्सीजन बेड्स पर मरीज़ थे, जहां 21.3 मीट्रिक टन ऑक्सीजन पहुंचाई गई है.
दिल्ली सरकार केंद्र सरकार से रोजाना के लिए 976 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की मांग कर चुकी है. हालांकि, दिल्ली सरकार का आरोप है कि केंद्र सरकार द्वारा तय कोटे (590 MT) के मुकाबले दिल्ली सरकार को ऑक्सीजन नहीं मिल रही है.
आर्मी बेस अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी
दिल्ली का ऑक्सीजन संकट अभी खत्म नहीं हुआ है. मंगलवार को दिल्ली के आर्मी बेस अस्पताल में ऑक्सीजन का संकट खड़ा हुआ. सूत्रों की मानें, तो दिल्ली सरकार द्वारा आर्मी के बेस अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई नहीं हुआ, अब रक्षा मंत्रालय के सामने इस मसले को उठाया गया है. आर्मी बेस अस्पताल को हर दिन 125 जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत है, लेकिन कम ही सप्लाई मिल पा रही है. हालांकि, बाद में सफाई दी गई कि ऑक्सीजन की सप्लाई सुचारू रूप से जारी है.
सरदार पटेल कोविड केयर सेंटर में भी दिक्कत
दिल्ली के सरदार पटेल कोविड केयर सेंटर पर भी ऑक्सीजन सप्लाई में कमी है. दिल्ली सरकार को यहां 500 बेड्स के अस्पताल में से कुल 350 बेड्स के लिए 7 MT ऑक्सीजन देना था, लेकिन सप्लाई नहीं हो पाई है. आईटीबीपी का कहना है कि जिस हिसाब से यहां पर डिमांड बढ़ रही है, उस हिसाब से ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं हो रही है. अभी तक यहां पर कुल 720 लोग भर्ती हुए हैं, जबकि 301 डिस्चार्ज भी हो चुके हैं. करीब 57 मरीज जो क्रिटिकल थे, उनको दूसरे अस्पताल में रेफर किया गया.
वैक्सीनेशन का नया चरण जारी
मंगलवार को वैक्सीनेशन के इस चरण का दूसरा दिन है, ऐसे में उम्मीद है कि टीका लगने की रफ्तार कुछ हदतक बढ़ेगी. वैक्सीनेशन के नए चरण के पहले दिन यानी सोमवार को सेंटर्स पर भारी भीड़ देखने को मिली. क्योंकि दिल्ली के पास अभी साढ़े चार लाख के करीब वैक्सीन की डोज़ हैं, ऐसे में सीमित स्टॉक होने के कारण टीका लगने की रफ्तार भी कम है और सेंटर्स भी चिन्हित ही हैं, लेकिन इसकी रफ्तार बढ़ने की उम्मीद है.
ऑक्सीजन की कमी का संकट अभी भी जारी
वैक्सीनेशन की प्रक्रिया से इतर दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी का संकट अभी भी जारी है. बीती रात को दिल्ली के इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर में ऑक्सीजन की कमी हुई, हालांकि गनीमत ये रही कि तुरंत ही वहां पर ऑक्सीजन पहुंचा दी गई. बीते दिन भी कुछ अस्पतालों में अचानक किल्लत नोट की गई थी.
अगर दिल्ली में कोरोना के मामलों की बात करें, तो बीते दिन राजधानी में 18 हजार के करीब केस आए, बीते कुछ दिनों में नए केसों की संख्या के मामले में ये आंकड़ा कम है. हालांकि, बीते दिन मौतों की संख्या काफी बढ़ी है और कुल 448 लोगों की जान गई है. इस वक्त दिल्ली में अब 90 हजार के करीब एक्टिव केस हैं.
🏥Delhi Health Bulletin - 3rd May 2021🏥 #DelhiFightsCorona pic.twitter.com/OYuoGCdP6y
— CMO Delhi (@CMODelhi) May 3, 2021
मुंबई वालों के लिए आज से राहत...
दिल्ली के जैसा ही हाल मुंबई का भी है, मुंबई में कोरोना के मामलों में कुछ हदतक कमी आई है. बीते दिन नए केस का आंकड़ा तीन हजार के नीचे पहुंच गया, जो राहत देने वाला आंकड़ा है. वहीं, दूसरी ओर राहत की बात ये भी है कि मुंबई में आज से 45 साल से अधिक उम्र वाले लोगों को टीका लगना फिर शुरू हो रहा है, पिछले चार दिनों से सेंटर्स बंद थे क्योंकि वैक्सीन की शॉर्टेज थी लेकिन मंगलवार को ये खुल जाएंगे.