सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कोरोना वायरस के मसले पर सुनवाई के दौरान दिल्ली सरकार को फटकार लगाई है. अदालत की ओर से कहा गया कि कोरोना के बढ़ते संकट के बावजूद दिल्ली में टेस्टिंग को घटा दिया गया है. दिल्ली में अब रोज पांच हजार के करीब ही टेस्ट हो रहे हैं. इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने मुंबई और चेन्नई जैसे शहरों का उदाहरण भी दिया.
ऐसे में अगर दिल्ली और मुंबई के टेस्टिंग और कुल कोरोना वायरस के आंकड़ों को देखें, तो टेस्टिंग के मामले में दिल्ली आगे दिखती है. जबकि अगर राज्यों के आधार पर तुलना करेंगे तो महाराष्ट्र दिल्ली से काफी आगे है. दिल्ली में रोज करीब 5500 के आसपास टेस्ट हो रहे हैं, लेकिन मुंबई में भी इतने के करीब ही टेस्ट हो रहे हैं.
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दिल्ली में टेस्टिंग का क्या है आंकड़ा?
दिल्ली सरकार की ओर से गुरुवार को जो मेडिकल बुलेटिन जारी किया गया था, उसके मुताबिक दिल्ली में 11 जून तक कुल 271516 टेस्ट हो चुके हैं. पिछले 24 घंटे में दिल्ली में 5300 के करीब टेस्ट हुए थे.
अबतक दिल्ली के कुल आंकड़ों पर नजर डालें तो
• दिल्ली में अबतक कुल टेस्ट 271516
• कुल मामले: 34687
• कुल मौत: 1085
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दिल्ली के टेस्टिंग के आंकड़े
मुंबई में क्या है टेस्टिंग का हाल?
मुंबई के आंकड़े रोज BMC की ओर से जारी किए जाते हैं, जिसके मुताबिक 11 जून तक सिर्फ मुंबई में करीब ढाई लाख टेस्ट किए जा चुके हैं. इसके अलावा मुंबई में भी रोज 4 से पांच हजार एवरेज टेस्ट हो रहे हैं. हालांकि, इसमें एक बात और है कि ये सिर्फ मुंबई शहर के आंकड़े हैं. महाराष्ट्र सरकार की ओर से MMR रिजन यानी मुंबई और आसपास का क्षेत्र, मुंबई और महाराष्ट्र के आंकड़े अलग तरह से दिए जाते हैं.
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BMC द्वारा जारी किए गए आंकड़े
अबतक BMC के द्वारा जारी किए गए आंकड़े
• कुल टेस्ट: 242923
• 24 घंटे में टेस्ट: 4633
• कुल मामले: 53985
• कुल मौत: 1952
महाराष्ट्र के टेस्टिंग के मामले
मुंबई से अलग अगर राज्य के आधार पर पूरे महाराष्ट्र की तुलना करें, तो टेस्टिंग और कुल मामलों के हिसाब से महाराष्ट्र काफी आगे है. महाराष्ट्र में अबतक 6 लाख से ज्यादा टेस्ट हो चुके हैं और रोज करीब 10 हजार से अधिक टेस्ट हो रहे हैं. जबकि महाराष्ट्र में कुल मामलों की संख्या भी 98 हजार के करीब है और कुल मौतें अबतक 3500 तक पहुंच गई हैं.
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