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कोरोना का असर, लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह दिखेगा कुछ अलग, ओपन पास नहीं होंगे जारी

कोरोना की वजह से इस बार का स्वतंत्रता दिवस समारोह हर बार की तरह नहीं होगा. इस बार काफी कुछ बदला नजर आएगा. समारोह की तैयारी में इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है कि लाल किले पर होने वाले कार्यक्रम में वही जवान शामिल होंगे जिन सबके कोविड टेस्ट नेगेटिव आए हैं, या जो कोरोना को हराकर आए हैं यानी रिकवर हो चुके हैं.

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लाल किले पर 15 अगस्त को लेकर जोरों पर चल रही तैयारी (पीटीआई)
लाल किले पर 15 अगस्त को लेकर जोरों पर चल रही तैयारी (पीटीआई)

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  • मेहमानों समेत करीब 2,000 लोग ही होंगे मौजूद
  • समारोह में इस बार स्कूली बच्चे नहीं होंगे मौजूद
  • कोरोना वॉरियर्स को समारोह में मिल सकता है न्यौता
देश 15 अगस्त को अपना 74वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है, लेकिन कोरोना महामारी की वजह से लाल किले पर हर साल होने वाला स्वतंत्रता दिवस समारोह भी अछूता नहीं रह पाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराएंगे लेकिन इस बार समारोह के लिए बहुत कुछ बदलाव किए गए हैं.

समारोह की तैयारियां जारी हैं, लेकिन इस बार की व्यवस्थाओं में कोविड सुरक्षा प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जाएगा.

स्कूली बच्चे नहीं दिखेंगे

अब से पहले हर स्वतंत्रता दिवस समारोह पर मौजूद स्कूली बच्चों का जोश देखते ही बनता था. लेकिन इस साल स्कूली बच्चों को समारोह में नहीं देखा जा सकेगा. इससे पहले फोरग्राउंड पर हर साल करीब 3,500 स्कूली बच्चे मौजूद रहते थे. उन्हें प्रधानमंत्री से हाथ मिलाने का मौका भी मिलता था. इस बार समारोह में सिर्फ नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) के 500 बच्चे शामिल होंगे. इन बच्चों में भी हर एक में 6 फीट की दूरी रहेगी.

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नहीं जारी होंगे ओपन पास

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ इस बार स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए ओपन पास जारी नहीं किए जा रहे हैं. इसी तरह प्राचीर के भी दोनों तरफ सिर्फ 150 मेहमान होंगे. पहले हर साल ऐसे मेहमानों की संख्या 300 से 500 होती थी. अब कई वीआईपी प्राचीर की जगह सामने फोरग्राउंड पर कुर्सियों पर बैठे नजर आएंगे. कुल मेहमानों की संख्या 2000 के आसपास रखी गई है.

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स्वतंत्रता दिवस पर पीएम नरेंद्र मोदी सबसे पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को पुष्प अर्पित करने के लिए राजघाट जाएंगे. वहां से करीब 7.21 पर लालकिला पहुंचेंगे. प्रधानमंत्री 7.30 पर तिरंगा फहराएंगे.

delhi-police-pti-755_081220111420.jpgलाल किले की सुरक्षा मेें तैनात पुलिसकर्मी (पीटीआई)

समारोह की समय अवधि में कटौती नहीं

इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी लालकिले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करेंगे. उनका भाषण 45 मिनट से लेकर एक घंटे तक का हो सकता है.

समारोह में कई तरह के बदलाव देखने को मिलेंगे, लेकिन उसकी अवधि को कम नहीं किया गया है.

इस बार भी थल सेना, वायुसेना और नौसेना के जवान प्रधानमंत्री मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर देंगे. इनमें करीब 22 जवान और अफसर होंगे. वहीं, राष्ट्रीय सैल्यूट में 32 जवान और अफसर होंगे, साथ में दिल्ली पुलिस के जवान भी होंगे. कोरोना प्रोटोकॉल की वजह से ये जवान चार पंक्तियों में खड़े होंगे और सोशल डिस्टेंसिंग नियमों को बनाए रखेंगे.

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इस बात का विशेष ध्यान रखा गया है कि लाल किले पर होने वाले कार्यक्रम में वही जवान शामिल होंगे जिन सबके कोविड टेस्ट नेगेटिव आए हैं, या जो कोरोना को हराकर आए हैं यानी रिकवर हो चुके हैं. सलामी देने वाले जवानों को एहतियातन पहले से ही क्वारनटीन कर दिया गया है.

कोरोना वॉरियर्स की मौजूदगी

इस बार स्वतंत्रता दिवस समारोह की खासियत इसमें कोरोना वॉरियर्स का शामिल होना हो सकता है. ऐसी चर्चा है कि कोरोना वॉरियर्स में दिल्ली पुलिस के 200 जवान, अर्धसैनिक बलों के जवान, लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस के इस समारोह में शामिल होने वाले कोरोना योद्धाओं में शामिल होंगे.

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दिल्ली पुलिस के करीब 200 जवान, पैरामिलिट्री फोर्सेज के जवान और स्वास्थ्यकर्मी भी शामिल हो सकते हैं. कोरोना से रिकवर हो चुके कुछ लोगों को भी बुलाए जाने की चर्चा है. कोरोना के खतरे को देखते हुए इस बार पूरे इलाके को अच्छी तरह सैनिटाइज किया जा रहा है. इस मौके पर सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क जैसे नियमों का भी सख्ती से पालन होगा.

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