पूर्वी दिल्ली में स्थित स्वामी परमानंद प्राकृतिक चिकित्सालय योग और अनुसंधान केंद्र ने अब अपने अस्पताल की इमारत और लैब दिल्ली सरकार को कोरोना संकट से निपटने के लिए सौंप दी है.
यहां रोजाना औसतन 100 लोगों का कोविड-19 टेस्ट भी हो रहा है. चिकित्सालय ने कोविड-19 संक्रमण संदिग्ध या संक्रमित व्यक्तियों की सेवा के लिए हर पल खुद को तैयार रखा हुआ है. इस चिकित्सालय और केंद्र की स्थापना साध्वी ऋतंभरा ने की है.
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प्रकृतिक चिकित्सालय और केंद्र के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अखिलेश के मुताबिक, कोविड-19 टेस्टिंग और सैंपल की सुविधा के अलावा हमारे यहां स्त्री और पुरुष सुविधाओं वाला 50 बिस्तरों का इनडोर वॉर्ड भी है. यहां कोरोना की जांच के लिए सैंपल कलेक्शन के साथ-साथ जरूरत पड़ने पर मरीजों को आइसोलेशन या फिर क्वारनटीन में भी रखा जा सकता है.
साध्वी ऋतंभरा ने बताया कि आज देशभक्ति का अर्थ इससे भी है कि इस संकट की घड़ी में हम देशवासियों की रक्षा में अपना तन मन और धन सभी लगा दें. इसलिए हम सबने अपना पुनीत राष्ट्रीय कर्तव्य मानते हुए ये निर्णय किया है. आगे हर संभव मदद इन अस्पताल और केंद्रों के अलावा अन्य संस्थाओं के जरिए भी जारी रखेंगे.
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डॉ अखिलेश के मुताबिक, 40 हजार वर्गफुट में बने इस चार मंजिले केंद्र में 3000 वर्गफुट का ध्यान योग केंद्र और 2500 वर्गफुट में अत्याधुनिक सुविधायुक्त जिम भी है. इसके अलावा प्राकृतिक चिकित्सा के जरिए भी मरीजों को स्वस्थ होने में काफी आसानी होगी. साढ़े तीन सालों से जनता की सेवा में जुटे इस संस्थान को NABH से मान्यता भी मिली हुई है. पूर्वी दिल्ली के आईपी एक्सटेंशन से सटे विनोद नगर में इस संस्थान ने अब दिल्ली सरकार से आग्रह किया है कि यहां की सुविधाओं का इस्तेमाल जनहित में किया जाए.