कोरोना से ठीक होने के तीन बाद फिर 'फ्लाइंग सिख' मिल्खा सिंह की तबीयत गुरुवार को अचानक बिगड़ गई. गुरुवार दोपहर को ऑक्सीजन लेवल गिरने के बाद उन्हें चंडीगढ़ स्थित पीजीआई के कोविड अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्हें वहां के आईसीयू वार्ड में एडमिट किया गया है.
पीजीआई के प्रवक्ता प्रोफेसर अशोक कुमार ने बयान जारी इस बात की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन लेवल गिर जाने के बाद फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह को कोविड अस्पताल के आईसीयू में भर्ती किया गया है. उन्हें दोपहर 3 बजकर 35 मिनट पर एडमिट कराया गया है. फिलहाल उनकी हालत स्थिर है और उन्हें डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है.
91 साल के मिल्खा सिंह को तीन दिन पहले ही यानी 31 मई को अस्पताल से छुट्टी मिली थी. 20 मई को उनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद वो कुछ दिन होम आइसोलेशन में ही थे. लेकिन उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद 24 मई को उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से उन्हें 31 मई को छुट्टी मिल गई थी. उनकी पत्नी भी कोरोना पॉजिटिव थीं और उनका अब भी इलाज जारी है.
मिल्खा सिंह का जन्म 20 नवंबर 1929 को पाकिस्तान के पंजाब में हुआ था. उस वक्त भारत-पाकिस्तान का बंटवारा नहीं हुआ था. बंटवारे के बाद मिल्खा अपनी बहन के साथ दिल्ली आ गए. मिल्खा सिंह ने 200 मीटर और 400 मीटर की दौड़ में कई मेडल जीते. 1960 में कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले मिल्खा सिंह आजाद भारत के पहले एथलीट थे. इस रेस में उन्होंने मात्र 46.6 सेकंड्स में 400 मीटर की दौड़ पूरी की थी. मिल्खा सिंह 1960 के रोम ओलंपिक में 400 मीटर फाइनल में चौथे स्थान पर रहे थे. वो इंडियन आर्मी में भी थे.